नाटाडोल : हमें राम पक्ष से सीखने की है जरूरत, आपसी राग द्वेष छोड़ो : कुंजवाल

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा यहां नाटाडोल में चल रही रामलीला के छठे दिवस क्षेत्रीय विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। कुंजवाल का…

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा

यहां नाटाडोल में चल रही रामलीला के छठे दिवस क्षेत्रीय विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की। कुंजवाल का रामलीला आयोजन के दौरान भव्य स्वागत किया गया। रामलीला आयोजन में कुम्भकरण वध और मेघनाद—लक्ष्मण संवाद मुख्य आकर्षण रहे।

आज नाटाडोल में नवम दिवस में विधायक जागेश्वर गोविन्द सिंह कुंजवाल ने प्रतिभाग किया। रामलीला में लक्ष्मण को शक्ति भेदी बाण लगता है जिससे वो मूर्क्षित हो जाते हैं। सुषैन बैध के आने के उपरांत हनुमान को संजीवन बूंटी लेने हिमालय पर्वत भेजते हैं, बूटी समझ ना आने पर पूरा हिमालय पर्वत उठा लाते हैं। उसके बात कुम्भकर्ण का भी वध होता है। मेघनाद—लक्ष्मण संवाद भी जबर्दस्त रहता है। जहां मेघनाथ युद्ध से अंतर ध्यान हो के प्रभु आराधना और यज्ञ करता है, विभीषण श्री राम से कहते हैं कि मेघनाथ का यज्ञ विध्वंस करें।

उग्र होकर मेघनाथ पुनः युद्ध क्षेत्र में आता है, जिसका वध लक्ष्मण द्वारा होता है। इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे विधायक कुंजवाल ने कहा कि रामलीला के राम पक्ष से सीखना चाहिए और आपसी राग द्वेष को दूर करना चाहिए। रावण के दल के लोग हमेशा शराब और मांस की इच्छा जताते हैं। समाज से कुरीतियां खत्म होनी चाहिए। हमें एक दूसरे के साथ प्रेम पूर्वक समाज मे रहना चाहिए।

इस मौके पर दीवान सतवाल, नवीन कोहली, रमेश बिष्ट, पूरन पांडेय, भैरपदत्त पांडेय, जीवन आर्य, लीलाधर पांडेय, बद्री दत्त बडौला, कौस्तुबानन्द, वीरेन्द्र न्याल, धन सिंह ठठोला, अध्यक्ष रामलीला कमेटी किशन सिंह ठठोला, रमेश जोशी, रमेश भट्ट, सुनील नैलवाल, विजय फर्टियाल, इनर राम आदि मौजूद रहे। रामलीला में
हारमोनियम पर दिनेश भट्ट व तबले में कैलाश ने समां बांध दिया। संचालन रमेश मेलकानी ने किया। कुंवर राम के जोकर के पात्र ने भी खूब तारीफ बटोरी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *