देवभूमि उत्तराखंड : घर का रास्ता भूली बूढ़ी आमा, देवदूत बनकर पहुंची पुलिस

✒️ वृद्धा को सकुशल परिजनों को सौंपा सीएनई रिपोर्टर, खैरना/गरमपानी। देवभूमि उत्तराखंड में पुलिस कानून व्यवस्था का अनुपालन सुनिश्चित कराने के साथ ही मानव सेवा…

रास्ता भूली बूढ़ी आमा, देवदूत बनकर पहुंची पुलिस
✒️ वृद्धा को सकुशल परिजनों को सौंपा

सीएनई रिपोर्टर, खैरना/गरमपानी। देवभूमि उत्तराखंड में पुलिस कानून व्यवस्था का अनुपालन सुनिश्चित कराने के साथ ही मानव सेवा की मिसाल भी बन रही है। हलांकि अपवाद तो हर जगह होते हैं, लेकिन देवभूमि में पुलिस का मानवीय चेहरा भी सामने आने लगा है। इसी क्रम में खैरना पुलिस ने एक ऐसी बूढ़ी महिला (आमा) की सहायता की, जो घर का रास्ता भूल गई थी।

रास्ता भूली बूढ़ी आमा, तुरंत पहुंचे चौकी प्रभारी

दरअसल, आज खैरना पुलिस को एक सूचना मिली। जिसमें बताया गया था कि खैरना बाजार में एक बुजुर्ग महिला (आमा) रास्ता भटक कर अकेले घूम रही है। इस सूचना पर चौकी प्रभारी खैरना एसआई दिलीप कुमार टीम के साथ पहुंचे। पुलिस टीम बुजुर्ग आमा का सहारा बनी। पुलिस ने जब आमा का नाम पता पूछा तो वह घर का सही पता नहीं बता पा रही थी।

पुलिस ने ऐसे मिलाया परिवार वालों से

वृद्धा द्वारा कुछ बता नहीं पाने के चलते पुलिस द्वारा सूचना प्रसारित कर परिजनों का पता लगाया गया। फिर परिजनों को चौकी बुलाकर आमा को उनके सुपुर्द किया। वृद्धा की परिजन नीमा थापा निवासी तिरछा खेत भवाली ने बताया कि आमा की याददाश्त कमजोर हो गई है। जो सुबह से घर से गायब थी। जिनको ढूंढने में वे लगे हुए थे। परिवार ने आमा के सकुशल मिलने पर नैनीताल पुलिस का धन्यवाद व्यक्त किया है। इधर स्थानीय नागरिकों ने भी रास्ता भूली बूढ़ी आमा को सुरक्षित उनके घर वालों से मिलाने पर चौकी पुलिस की कार्यशैली की सराहना की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *