ब्रेकिंग न्यूज : अब हरदा बोले- ताल्लुक बोझ बन जाए तो उसको तोड़ना बेहतर

हल्द्वानी। एक तरफ कांग्रेस जनाक्रोश रैलियों में व्यस्त है, दूसरी ओर पूर्व सीएम हरीश रावत ने एक बार फिर सीएम का चेहरा घोषित करने की…

हल्द्वानी। एक तरफ कांग्रेस जनाक्रोश रैलियों में व्यस्त है, दूसरी ओर पूर्व सीएम हरीश रावत ने एक बार फिर सीएम का चेहरा घोषित करने की मांग उठा दी है। वे इन दिनों गाहे बगाहे चेहरा घोषित करने की मांग उठाते आ रहे हैं। आज उन्होंने अपने फसेबुक पेज पर बड़ा रोचक कमेंट लिखा जिसे अब तक इस पोटम को 1300 लोग लाइक कर चुके हैं। तीन घंटे में 90 लोगों ने इस पर अपनी राय दी है और 33 लोगों ने उनकी पोस्ट को इधर शेयर भी किया है।
हरदा ने अपनी बात शुरू करने से पहले महेंद्र कपूर द्वारा गाये गए प्रसिद्ध गीत की ‘ताल्लुक बोझ बन जाए तो उसको तोड़ना बेहतर’ पंक्ति को लिखा है। इससे पहले की लोग उनकी बात का दूसरा अर्थ लगाने बैठें उन्होंने इस पंक्ति का मंतब्य भी लोगों को समझाया है। उन्होंने लिखा है कि यदि परंपरा रास्ते की बाधा बन जाए तो उसे तोड़ना अच्छा होता है।

एक #मेलोडियस गाना है, “ताल्लुक यदि बोझ बन जाएं”, मैं उसी तर्ज पर अपने #दोस्तों से कहना चाहता हूं, यदि परंपराएं रास्ते की बाधक बन जाएं तो उन्हें तोड़ना ही बेहतर है। आज लोग स्पष्ट तौर पर चुनावों में निर्णय करने से पहले चेहरा देखते हैं। भाजपा, खांचे में श्री मोदी को डाल देती है। हम यदि लोकल बनाम लोकल करना चाहते हैं, स्थानीय मुद्दों बनाम स्थानीय मुद्दे करना चाहते हैं, तो हमें भी मुख्यमंत्री के चेहरे के लिये किसी को आगे करना पड़ेगा, मैं तो सबके साथ हूंँ और मुख्यमंत्री का निर्धारण अवश्य जब हमारे सदस्य चुनके आएंगे तभी होगा, मगर चुनाव की रणनीति तो हमको तैयार करनी ही पड़ेगी। हमारे राज्य में मुख्यमंत्रियों को हराने की परंपरा बहुत गहरी है, कुछ लोग तीरथ सिंह रावत जी का बिस्मिल्लाह खराब करना चाहते हैं। उन्हें ध्यान रहे कि पौड़ी में भी हमारे पास एक मुख्यमंत्री को हराने वाला व्यक्तित्व मौजूद है, इतिहास कभी-कभी अपने को दोहराने के लिये बेचैन रहता है।

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