नृसिंहबाड़ी-डुबकिया समेत कई मोहल्ले अंधेरे में
विभाग पर टालमटोल का आरोप
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा। उत्तराखंड के अल्मोड़ा नगर क्षेत्र में इन दिनों अघोषित और अनियमित बिजली कटौती से आम जनता और व्यापारी वर्ग त्रस्त है। नृसिंहबाड़ी, डुबकिया सहित राजपुरा, खत्याड़ी, दुगालखोला और ऑफिसर्स कॉलोनी जैसे प्रमुख मोहल्लों में रोजाना सुबह-शाम होने वाली कटौती ने नागरिकों की दिनचर्या बुरी तरह प्रभावित कर दी है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि विद्युत विभाग अक्सर बिना किसी पूर्व सूचना के कटौती कर रहा है, जिससे उन्हें भारी असुविधा हो रही है।
रोजाना सुबह 7 और शाम 5 बजे गुल हो रही बिजली
नृसिंहबाड़ी और डुबकिया के निवासियों ने विशेष रूप से शिकायत की है कि बीते कई दिनों से बिजली जाने का समय एक तरह से ‘निश्चित’ हो गया है। नागरिकों के अनुसार, रोज सुबह 7 बजे बिजली चली जाती है और शाम को अंधेरा घिरने से पहले ही शाम 5 बजे फिर से गुल हो जाती है। कटौती का यह सिलसिला रात 8.30 बजे तक चलता रहता है, जिससे शाम के जरूरी कामकाज और बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है।
विभाग पर टालमटोल का आरोप
जब नागरिक विभाग से इस कटौती का कारण जानना चाहते हैं, तो उन्हें अक्सर रखरखाव कार्य (मेंटेनेंस), मौसम संबंधी समस्याएं या उपकरणों की खराबी जैसे टालमटोल भरे जवाब मिलते हैं। स्थानीय जनता का कहना है कि वे सूचित किए गए रोस्टिंग कार्य को स्वीकार करते हैं, जैसा कि सोमवार को दीपावली से पहले मेंटेनेंस के नाम पर सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक अधिकांश क्षेत्रों में किया गया था। हालांकि, बिना किसी सूचना के बार-बार कटौती करना कतई जायज नहीं है।
क्या कहते हैं अधिकारी?
मामले पर, अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड अल्मोड़ा, कन्हैया जी मिश्रा ने कहा कि कई बार बिजली की लाइनों में फॉल्ट आने के कारण यह स्थिति पैदा हो रही है। उन्होंने यह भी बताया कि वृक्षों की लॉपिंग (छंटाई) जैसे जरूरी कार्यों के लिए भी कटौती करनी पड़ती है।
बहरहाल, विभागीय स्पष्टीकरणों के बावजूद, अल्मोड़ा के निवासियों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है और वे जल्द से जल्द इस अनियमित बिजली आपूर्ति से राहत चाहते हैं।
