Uttarakhand Breaking: मिश्री खाने से नौ बच्चे बीमार, अस्पताल भर्ती

— अचानक ऐसी घटना से परिजनों के हाथ—पांव फूले
— बताया, राह में किसी अनजान ने दी थी मिश्री
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
तहसील कपकोट के राजकीय प्राथमिक विद्यालय माजखेत के नौ बच्चे मिश्री खाने से बीमार हो गए। बच्चों के मुताबिक मिश्री राह चलते एक व्यक्ति ने उन्हें दी। जिसे खाने के बाद घर पहुंचने से पहले ही उनकी तबियत खराब होने लगी। जिस पर परिजन उन्हें रात में पहले पीएचसी शामा तथा बाद में सीएचसी कपकोट ले गए। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जिला अस्पताल भेज दिया गया है। जिनका यहां उपचार चल रहा है।
जिला चिकित्सालय में इलाज करा रहे बच्चों के परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार बुधवार की शाम स्कूल की छुट्टी बाद स्कूली बच्चे घर को आने लगे। रास्ते में बच्चों को एक व्यक्ति मिला तथा उसने बच्चों को मिश्री खाने को दी। मिश्री खाने के कुछ देर बाद ही उनके पेट में दर्द तथा उल्टी होने लगी। बच्चे जोर-जोर से चिल्लाने लगे। स्कूल का बैग भी वहीं छोड़ आए। बच्चों के अचानक बीमार होने की जानकारी मिलने पर परिजनों एवं ग्रामीणों के हाथ-पांव फूल गए।
आनन-फानन में परिजन व ग्रामीणों द्वारा बच्चों को पहले पीएचसी शामा ले जाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद वहां से रात में ही सभी बच्चों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कपकोट ले गए। जहां उनका उपचार चला। गुरुवार की सुबह बच्चों की जांच के लिए वह जिला अस्पताल लाए। जहां बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. आरएस मेर ने बताया कि फिलहाल बच्चों का स्वास्थ्य ठीक है। दवा खाने के बाद दर्द कम हो गया है। प्रथम दृष्टया फूड प्वाइजनिंग का मामला लग रहा है। इधर कपकोट थाने के प्रभारी प्रताप नगरकोटी ने बताया कि माजखेत के बच्चों के स्वास्थ्य बिगड़ने तथा अस्पताल ले जाने की जानकारी उन्हें है, इस मामले में किसी भी अभिभावक ने किसी के खिलाफ कोई तहरीर नहीं सौंपी है। पुलिस द्वारा अपने स्तर से जांच की जा रही है।
अस्पताल में भर्ती बच्चे
अस्पताल में भर्ती बच्चों में कृष कुमार (12) पुत्र कुंवर राम— कक्षा छह, लवली आर्य (09) पुत्री राजेंद्र राम—कक्षा तीन, राधा आर्या (12) पुत्री ललित राम—कक्षा छह, दिव्या आर्य (8) पुत्री प्रकाश राम— कक्षा तीन, प्रिया आर्य (10) पुत्री प्रकाश राम— कक्षा तीन, काजल आर्य (10) पुत्री कुंवर राम— कक्षा चार, सपना आर्य (8) पुत्री ललित राम— कक्षा तीन, दीक्षा आर्या (8) पुत्री गोपाल राम— कक्षा दो तथा अर्चना (10) पिता गोपाल राम— कक्षा चार आदि शामिल हैं।
अब तरह—तरह की चर्चाएं
बागेश्वर। अब माजखेत में अचानक बीमार हुए नौ बच्चों के मामले को लेकर तरह तरह की चर्चाएं है। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि मिश्री खाने से फूड पॉइजनिंग नहीं होता, जबकि कुछ का कहना है कि विद्यालय में मिड-डे-मील खाने से भी बच्चों को दिक्क्त हो सकती है। इधर विद्यालय के शिक्षकों का कहना है कि मिड-डे-मील बनने के बाद भोजन माता एवं प्रभारी द्वारा स्वयं टेस्ट करने के बाद बच्चों को दिया जाता है। मानसिक स्वास्थ्य प्राधिकरण के स्टेट मेंमर डॉ. पवन शर्मा कहना है कि अभिभावक बच्चों को बचपन से उचित मार्गदर्शन दें। उन्हें घर व स्कूलों में यह बताना चाहिए कि किसी अनजान व्यक्ति द्वारा किसी चीज को न खाएं तथा न ही उनकी किसी बातों पर आएं। साथ ही बासी व खुले में रखे खाद्य सामग्री को किसी कीमत पर न खाएं।