मोटाहल्दू ब्रेकिंग : आबादी क्षेत्र में नुचेरल प्लांट का विरोध, धरने पर बैठे ग्रामीण, क्रशर स्वामी से नोकझोंक, पुलिस पहुंची

मोटाहल्दू। हल्दूचौड़ क्षेत्र के जयराम गांव में आबादी के बीच नैचुरल प्लांट लगाए जाने के विरोध में ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है,…

मोटाहल्दू। हल्दूचौड़ क्षेत्र के जयराम गांव में आबादी के बीच नैचुरल प्लांट लगाए जाने के विरोध में ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है, साथ ही चेताया है कि अविलम्ब उक्त क्रशर को दी गयी अनुमति निरस्त नहीं कि गयी तो ग्रामीण उग्र आंदोलन का रास्ता भी अख्तियार कर सकते हैं। आज गुरुवार से ग्रामीणों ने धरना शुरू कर दिया है। ग्रामीणों का कहना था कि जिस जगह उक्त क्रशर को अनुमति दी गयी है वह कृषि बाहुल्य गांव है और प्रस्तावित क्रशर गांव के बीचों बीच लगाया जा रहा है। जिससे ग्रामीणों में जबरदस्त आक्रोश है।

ग्रामीणों के धरने को समर्थन देने पहुँचे पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश दुर्गापाल, ब्लाक प्रमुख रूपा देवी, जिला पंचायत सदस्य डॉ. मोहन बिष्ट, ग्राम प्रधान हेमा जोशी और ग्राम प्रधान संगठन की ब्लाक अध्यक्ष रुक्मणी नेगी समेत तमाम जनप्रतिनिधियों ने साफ तौर पर कहा कि घनी आबादी कृषि बाहुल्य क्षेत्र में प्रशासन द्वारा क्रशरों के संचालन की अनुमति देना ग्रामीणों के हितों से सीधे सीधे कुठाराघात किये जाने जैसा है। ग्रामीणों का आक्रोश जायज है । स्थानीय प्रतिनिधियों ने एक स्वर में कहा कि क्षेत्र पूर्णतः किसान बाहुल्य क्षेत्र है और यहां के निवासियों की आजीविका खेती पर ही निर्भर है। स्टोन क्रशर व स्क्रिनिग प्लांट का संचालन होने से जहां पर्यावरण को नुकसान होगा वहीं उपजाऊ कृषि भूमि भी प्रभावित होगी।

आंदोलनरत ग्रामीणों ने किसी भी हाल में उक्त प्लांट यहां न लगने दिए जाने की बात कही है। इस बीच प्रदर्शनकारी ग्रामीणों व क्रशर स्वामी के बीच नोकझोंक भी हुई, जिसके बाद हल्दूचौड़ चौकी प्रभारी जगवीर सिंह दलबल के साथ मौके पर पहुँचे। इस दौरान मुख्य रूप से ग्राम प्रधान प्रधान हेमा जोशी, हरीश बिरखानी, कनिष्ठ प्रमुख श्रीकांत पांडे, रिंकू पाठक, मंजू दुमका, रेखा खोलिया, मीरा दुमका, पुष्पा पालीवाल, पूजा दुमका, कोमल दुमका, विनोद दुमका, पूरन चंद जोशी, भुवन प्रसाद, हेमवती नंदन दुर्गापाल, विनोद चोपड़ा, महेश दुमका, अशोक जोशी, प्रकाश तिवारी, सहित दर्जनों लोग मौजूद थे।

मां मिनरल नेचुरल प्लांट की अनुमति 20 अगस्त 2019 को पर्यावरण के सभी मानकों को पूरा करते हुए मिली है, इस नैचुरल प्लांट में किसी भी प्रकार से उपखनिज को क्रश नहीं किया जाएगा, नेचुरल प्लांट जिसमें पूरा प्लांट कवर होगा और गोला नदी से उप खनिज को यहां पर लाकर पानी से धोकर छनाई कर अलग अलग ग्रेटों में बेचा जाएगा। हमारा उद्देश्य क्षेत्र की जनता को लाभ पहुँचना है।
मुकेश तिवारी
नैचुरल प्लांट प्रबंधक

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