बागेश्वर। बंदरों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। बंदरों के झुंड गांवों में अड्डा जमाए बैठे हैं। सब्जी, फल नष्ट करने के बाद अब इंसानों पर भी इनके हमले आम हो गये हैं।
मंगलवार को कांडा के व्यापारी भरत नगरकोटी ने छत पर गेहूं सुखाने डाले थे। दिन में करीब एक बजे जब वह छत पर गेहूं देखने गए तो, बंदरों का झुंड गेहूं खाने में लगा था। जब उन्होंने बंदरों को भगाने की कोशिश की तो, बंदर उन पर हमलावर हो गए। बंदरों के झपटने से वह छत से गिर गए। इस घटना में उनका पैर टूट गया । परिजन उन्हें इलाज को कांडा अस्पताल ले गये, जहां से उन्हें जिला अस्पताल बागेश्वर के लिए रिफर कर दिया गया । भरत ने बताया की पैर में प्लास्टर चढ़ा हुआ है डॉक्टर बता रहें हैं कि जल्द ही ऑपरेशन किया जायेगा। ग्रामीणों ने बताया कि कांडा क्षेत्र में बंदरों का आतंक बढ़ता जा रहा है। लोगों का घर से अकेले बाहर निकलना मुहाल हो गया है। बच्चे इनकी डर से घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं। बंदर अब तक कई लोगों को काट चुके हैं। उन्होंने वन विभाग से बंदरों को गांव से बाहर भगाने की मांग की है।
आए दिन बंदर लोगों को जख्मी कर रहे हैं। मकानों की छत और मौका मिलने पर घर के अंदर घुसना इनके लिए आम हो गया है।