Bageshwar News: शहर के कई हिस्सों को 04 दिन से पानी का इंतजार, हैंडपंप बने सहारा

— घरों तक पहुंच रही खड़िया खनन की गाद, आक्रोशसीएनई रिपोर्टर, बागेश्वरजिला मुख्यालय के अधिकांश हिस्सों में चार दिन से पानी नहीं आया है। लोगों…

— घरों तक पहुंच रही खड़िया खनन की गाद, आक्रोश
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
जिला मुख्यालय के अधिकांश हिस्सों में चार दिन से पानी नहीं आया है। लोगों को पानी के लिए दिन में भी हैंडपंप आदि पर लाइन लगानी पड़ रही है। रीमा क्षेत्र के सुरकाली गांव में पानी की आपूर्ति चौकाने वाली है। नलों में खड़िया खनन का गाद आने लगी है। जिससे ग्रामीणों में आक्रोश है। उन्होंने जिला प्रशासन से मामले का संज्ञान लेने की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।

बारिश में सरकारी सिस्टम की तैयारियां फेल हो जाती हैं। मानसून काल के लिए तमाम बैठकें होती हैं। जिसमें सरकारी धन से चाय-पानी और टीए-डीए बनता है। लेकिन बारिश होते ही तैयारियों की कलई खुल जाती है। नगर क्षेत्र में पिछले चार दिनों से पानी नहीं आ रहा है। कठायतबाड़ा क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित है। शुक्रवार से स्कूल खुल गए हैं। जिससे शिक्षकों को सबसे अधिक दिक्कतें होने लगी हैं। शिक्षक कैलाश अंडोला ने कहा कि जिला प्रभारी मंत्री जिले के दौरे पर हैं। लेकिन कोई चिंता नहीं है। खनन न्यास की धनराशि की चिंता है।

उधर, सुरकाली गांव में पहली बारिश ने जहां तबाही मचा दी है। वहीं खड़िया खनन से गाद अब पेयजल लाइनों के माध्यम से घरों तक पहुंचने लगी है। जिसके कारण लोगों को पेयजल के लिए तरसना पड़ रहा है। प्रेम सिंह, दिनेश सिंह सुकराली ने कहा कि खड़िया वालों के विरुद्ध कार्रवाई करने में प्रशासन डर रहा है। खड़िया खनन की मिट्टी नदियों और जलस्रोतों तक पहुंच गई है। लोगों को प्रदूषित पानी बीमार करने लगा है।विवेकानंद विद्यालय, लक्ष्मीनारायण मंदिर और जयढूंगा मोहल्ले में सबसे अधिक पेयजल किल्लत है। इधर जल संस्थान के अधिशासी अभियंता सी एस देवड़ी ने बताया कि बारिश के कारण क्षतिग्रस्त पेयजल योजनाओं को दुरुस्त किया जा रहा है। नगर क्षेत्र में रोस्टर के जरिए शुक्रवार से पानी उपलब्ध कराया जा रहा है।

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