सीएनई डेस्क (Creative News Express)
Mangoes worth Rs 2.5 lakh per kg
आम को फलों के राजा के रूप में जाना जाता है। आम की ढेरों प्रजातियां हैं, लेकिन इनमें से एक ‘आम’ ऐसा भी है जो ‘आम’ आमों की तरह नहीं है। यहां हम बात कर रहे हैं फलों के राजा की जापानी प्रजाति ‘मियाजाकी’ की। खास बात यह है कि जपान की यह प्रजाति हिंदुस्तान में भी उपलब्ध है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत है ढ़ाई लाख रूपये प्रति किलो।
न्यूज ऐजेंसी ने दी बड़ी जानकारी
दरअलस प्रतिष्ठित न्यूज ऐजेंसी एएनआई की लेटस्ट रिपोर्ट में इसका जिक्र किया गया है। जिसके बाद से सभी का ध्यान इस ओर आकृष्ट होने लगा है। मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि मध्य प्रदेश के जबलपुर में एक फल उत्पादक संकल्प सिंह परिहार के बगीचे में 52 किस्म के आम हैं। जिनकी रखवाली प्रशिक्षित सुरक्षाकर्मियों के अलावा दर्जन पर खूंखार कुत्ते कर रहे हैं।
चोरी की घटनाओं के बाद से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
काश्तकार संकल्प सिंह परिहार बताते हैं कि जब लोगों को पता चला कि उनके बगीचे में महंगी प्रजाति के आम हैं तो लोगों ने इसे चुराने की कोशिशें की। जिसके बाद वह सतर्क हो गये और बगीचे के आमों की रखवाली के लिए सुरक्षाकर्मियों और कुत्तों को रखना पड़ा है। वर्तमान में 12 कुत्ते रात—दिन इसकी रखवाली कर रहे हैं। खास तौर पर रात के वक्त विशेष ध्यान रखा जाता है। उन्होंने बताया कि ‘मियाजाकी’ नाम की जापानी प्रजाति का आम बहुत दुर्लभ है। इस प्रजाति का वैज्ञानिक नाम टाइनो नो टमैंगो है। यह जापान में उगता है, लेकिन यहां इसे उगाने के लिए काफी प्रयास करने पड़ते हैं। यह खाने में बेहद स्वादिष्ट व अन्य आमों की तुलना में अधिक वजनी होता है।
जबलपुर के बगीचे में 52 प्रजाति के आम
उल्लेखनीय है कि जबलपुर से करीब 20 किमी की दूरी पर संकल्प सिंह परिहार ने यह आम का बगीचा तैयार किया है। उनके पास दुर्लभ प्रजातियों के पौधो का अद्भुत कलेक्शन भी है। आम के तो उनके बगीचे में हजारों पेड़ उगे हैं। यहां आपको आम की कुल 52 प्रजातियां दिखाई देंगी। उन्होंने बताया कि इस कीमती वैरायटी के अलावा जापानी प्रजाति के उनके बगीचे में छह अन्य आम भी हैं।