साहित्य
जय संतोषी माँ से करवाचौथ तक — जनसंचार माध्यमों का बदलता स्वरूप और जनआस्था का विस्तार
1975 का वर्ष भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक अनूठा अध्याय लेकर आया। विजय शर्मा के निर्देशन में बनी फ़िल्म “जय संतोषी माँ” ने...
आलेख
🪔 कुमाऊं की ‘बुढ़ दीवाली’, गढ़वाल का ‘इगास’: पर्व, परंपरा-पौराणिक कथा
बुढ़ दीवाली: कुमाऊं की विशिष्ट परंपरा जिसे 'सूप टकटकूवा' भी कहते हैंभारतवर्ष में त्योहारों की अपनी अनूठी छटा है, और उत्तराखंड का कुमाऊं क्षेत्र...
कहानी
लघु कथा : ‘आदमी’ — एक बड़ी सीख !
प्रो. रमेश तिवारी ‘विराम’, मकरन्दनगर, कन्नौजजेठ की तपती दोपहर। भयानक लू चल रही थी। बाजार सुनसान था। बाजार के बीचों-बीच कपड़े की बड़ी दुकान...
व्यंग्य
जय संतोषी माँ से करवाचौथ तक — जनसंचार माध्यमों का बदलता स्वरूप और जनआस्था का विस्तार
1975 का वर्ष भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक अनूठा अध्याय लेकर आया। विजय शर्मा के निर्देशन में बनी फ़िल्म “जय संतोषी माँ” ने...
कविता
कविता — वह सुबह जरूर आएगी
मई दिवस/अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस पर कवि एडवोकेट कवीन्द्र पन्त, अल्मोड़ा की कविता —आज नहीं तो कल वह सुबह जरूर आएगीजब धूप तेरे हिस्से की...
लघु कथा
पढ़िये प्रेरक लघु कथा—भीतर का आदमी
घर लौटते समय वह कुछ चिंतित सा था। अचानक एक स्वर उसके कानों से आ लगा-भाई साहब! आप तो नाहक परेशान हैं। आदमी के...
हास-परिहास
व्यंग्य लघु कथा : जंगल राज में किसी ने कुछ नहीं देखा
कृष्णा कुमार, तलवंडी, राजस्थानएक दिन जंगल में मंकू सियार की बेटी नूरी नदी पर जल भरने जा रही थी। रास्ते में उसे कालू भेड़िया...
इतिहास
CNE Special: बाबा नीम करौली की लीला स्थली है कैंची धाम
➡️ 15 जून 1964 में मंदिर में स्थापित हुई थी हनुमान जी की प्रतिमा‼️विस्तार से जानिए: त्रिकालदर्शी बाबा नीम करौली और कैंची धाम का...

