लालकुआं : निकाय चुनाव को लेकर बाजार गर्म, व्यापार मंडल अध्यक्ष ने की दावेदारी

लालकुआं | उत्तराखंड निकाय चुनाव में अभी कुछ ही समय शेष बचा हुआ है इस चुनावी दौर में हर कोई अपनी दावेदारी ठोक रहा है…

लालकुआं | उत्तराखंड निकाय चुनाव में अभी कुछ ही समय शेष बचा हुआ है इस चुनावी दौर में हर कोई अपनी दावेदारी ठोक रहा है वही लालकुआं नगर में भी निकाय चुनाव को लेकर बाजार काफी तेजी गर्म हो गया है। इधर लालकुआं व्यापार मंडल में दो बार ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाले वर्तमान व्यापार मंडल अध्यक्ष दीवान सिंह ने अपनी नगर पंचायत अध्यक्ष पद पर दावेदारी की है।

बताते चले कि बर्ष 2004 से अपने राजनीति कैरियर की शुरुआत करने वाले वर्तमान व्यापार मंडल अध्यक्ष दीवान सिंह बिष्ट अपने सरल स्वभाव और सबको साथ लेकर चलने में माहिर विलक्षण प्रतिभा के धनी एवं हमेशा भाजपा में रहते हुए सभी के चहेते बने रहे अपनी उर्जा और तेजस्वी वाणी तथा कर्तव्य निष्ठा के चलते वर्तमान बर्ष 2024 में नगर में आयोजित उत्तरायणी मेला समिति के अध्यक्ष पद पर रहेकर उन्होंने अध्यक्ष पद को बखूबी निभाया है वही वर्तमान में भी उत्तरायणी मेले के अध्यक्ष है।

वही विगत बर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में लालकुआं विधानसभा में अपनी विशेष भूमिका निभाते हुए भाजपा के मौजूदा विधायक मोहन सिंह बिष्ट को जिताने में भी दीवान सिंह बिष्ट ने अहम भूमिका निभाई थी। जिसके चलते दीवान सिंह बिष्ट ने इस बार नगर पंचायत के चुनाव में अध्यक्ष पद हेतु भाजपा प्रत्याशी के रूप में अपनी दावेदारी ठोक दी है। जबकि कई अन्य लोग भी अध्यक्ष पद के लिए अपनी दावेदारी दिखाने पर आतुर है लेकिन सबसे प्रबल दावेदारों में दीवान सिंह बिष्ट अभी तक सब पर भारी नजर आते दिख रहे हैं क्योंकि इनके साथ चलने वाले कार्यकर्ताओं का भी हुजूम काफी लम्बा है।अगर दीवान सिंह बिष्ट को भाजपा उम्मीदवार बना देती है तो दीवान सिंह बिष्ट दूसरे उम्मीदवारों का समीकरण बिगाड़ सकते है और एक बड़ी जीत भाजपा के खाते में होगी।

इधर दीवान सिंह बिष्ट के समर्थन में बड़ी संख्या में युवाओं की टीम भी दिख रही है इधर दीवान सिंह बिष्ट के समर्थन कर रहे युवाओं का कहना हैं कि भ्रष्टाचार मुक्त नगर पंचायत बनाने के लिए ही वे दीवान सिंह बिष्ट का समर्थन कर रहे हैं ऐसा ताकि अब तक जो विकास यहा नही हो पाया वो अब हो सकें । इधर दीवान सिंह बिष्ट की दावेदारी ने सियासी पार्टियों के होश उड़ा दिए है ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि बिगड़े सियासी समीकरणों को कैसे राजनीतिक पार्टियां निकाय चुनाव में सटीक बैठाकर जीत का ताज पहनेगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *