चंपावत ब्रेकिंग : जिस्म फरोशी व लुटेरी दुल्हन तैयार करने वाले गिरोह का पर्दाफाश

चंपावत। नाबालिग लड़कियों व महिलाओं को देह व्यापार के धंधे में डालने और विवाह के नाम पर लोगों को चूना लगाने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह…


चंपावत। नाबालिग लड़कियों व महिलाओं को देह व्यापार के धंधे में डालने और विवाह के नाम पर लोगों को चूना लगाने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का चंपावत पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने एक नाबालिग किशोरी के विवाह की साजिश रच रही गिरोह की तीन महिलाओं को दबोचन में सफलता हासिल की है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की प्रभारी महिला उप निरीक्षक मंजू पांडे को तीन महिलाओं राजकुमारी पुत्नी सुभाष गौतम उम्र 50 वर्ष निवासी इलाहाबाद बैंक के सामने थाना खटीमा जनपद उधम सिंह नगर कंचन मंडल निवासी महाराजपुर किच्छा जनपद उधम सिंह नगर उम्र 50 वर्ष मूल निवासी बौंगा गाय घट्टा, 24 परगना, पश्चिम बंगाल तथा और सोनम दुबे पत्नी स्वर्गीय उत्तम कुमार दुबे निवासी मीना बाजार थाना बनबसा जनपद चंपावत द्वारा लड़कियों से वेश्यावृत्ति एवं शादी का झांसा देकर लोगों से ठगी करके पैसा कमाने की सूचना मिली थी।
इस सूचना पर एसआई मंजू पांडे एवं उनके साथी कर्मचारी गणों द्वारा एनजीओ रिड्स संस्था तथा मानव अधिकार कार्यकर्ता विनय शुक्ला को गिरोह की सदस्याओं को पकड़ने के लिए कार्य योजना तैयार कर टीमें गठित की गई। कार्य योजना के संबंध में क्षेत्राधिकारी टनकपुर को अवगत कराया गया। हेड कांस्टेबल रवि चंद्र जोशी व मानव अधिकार कार्यकर्ता विनय शुक्ला द्वारा ग्राहक बनकर शादी हेतु लड़की की व्यवस्था करने हेतु बातचीत की गई। पुलिस टीम के सदस्यों ने अपने आप को दिल्ली का रहने वाला बताया तो यह लोग चार लाख रूपये में लड़कियों की व्यवस्था करने का को राजी हो गए।
कल गिरोह की सदस्य राजकुमारी ने हेड कांस्टेबल रवि चंद्र जोशी के मोबाइल नंबर पर फोन कर बताया कि हम लोग लड़की को लेकर टनकपुर आ रहे हैं। इस पर गिरोह की सदस्य राजकुमारी को पंचमुखी धर्मशाला में आने को कहा गया तथा पंचमुखी धर्मशाला टनकपुर में कमरा बुक कराया गया। पहली टीम में कांस्टेबल मुन्ना सिंह व मानवाधिकार कार्यकर्ता विनय शुक्ला द्वारा परिवार के सदस्य के रूप में पंचमुखी धर्मशाला में जाकर गिरोह के सदस्यों से मिलकर लेन-देन की बात तय की गई और कहा कि रकम के आधार पर अन्य कार्रवाई करेंगे। इसी दौरान दूसरी टीम में एसआई मन्जु पाण्डेय के नेतृत्व में अभियुक्ता राजकुमारी व अन्य दो उपरोक्त को मौके से गिरफ्तार किया गया व पीड़िता 14 वर्षीय नाबालिगा को बरामद किया गया। उसे रीड्स संस्था के सुपुर्द किया गया। तीनों महिलाओं के खिलाफ टनक पुर में मामला दर्ज किया गया है।
पूछताछ में नाबालिग लड़की ने बताया कि हम लोग चार बहनें व एक भाई हैं। मेरे पिताजी टुकटुक चालक चलाते हैं तथा मम्मी लोगों के घरों में झाड़ू पोछा करती है। हम लोग रुद्रपुर में किराए के मकान में रहते हैं। लगभग 3 वर्ष पूर्व मेरे पड़ोस में रहने वाली एक महिला जिसे हम पूजा मौसी कहते थे, मुझे दुकान में काम करने व पांच हजार रुपये प्रतिमाह देने की बात कह कर मुझे गलत धंधे में भेजा। जब इस बात का पता मेरे पिता को चला कि पूजा मौसी गलत धंधा करवाती है तो मेरे पिता ने उसे भगा दिया था । इसके बाद एक टुकटुक वाले ने उसे महाराजपुर किच्छा कंचन के पास लेकर जा कर छोड़ दिया गया। जो मुझे मेरी मां से ऑफिस में काम दिलाने के बदले दस हजार रुपये प्रति माह दिलाने की बात कहकर ले आई। उसने भी उसे अलग-अलग आदमियों के पास सोने के लिए भेजा और आज शादी कराने के लिए यह कह कर लेकर आई कि लड़के के साथ शादी होने के बाद उसके घर जाना है। वहां पर जेवर बनवा लेना उसके बाद हम तुझे विदा करवा कर ले आएंगे फिर तू यहीं रहना उसके बाद मत जाना। लड़की ने शादी के लिए इसलिए हां कर दी कि शादी होने के बाद वह वापस नहीं आएगी और उसी घर में रहेगी और इनके जाल से मुक्ति पा लेगी।
पुलिस टीम में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट बनबसा प्रभारी मन्जू पाण्डेय, सिपाही गणेश बिष्ट, रवि जोशी, मुन्ना सिंह, सुभाष जोशी, मानवाधिकार कार्यकर्ता व अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संघ कुमाऊं मंडल के अध्यक्ष विनय शुक्ला, रिट्स संस्था प्रकाश आर्य व भावना चंद आदि शामिल थे।


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