जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग हिमपात व बारिश के कारण बंद

श्रीनगर | जम्मू कश्मीर के मैदानी इलाकों में भारी बारिश और ऊपरी इलाकों में हिमपात के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद कर दिया गया…

अल्मोड़ा—हल्द्वानी एनएच वाया क्वारब में रात के समय यातायात प्रतिबंधित, डीएम ने जारी किया आदेश

श्रीनगर | जम्मू कश्मीर के मैदानी इलाकों में भारी बारिश और ऊपरी इलाकों में हिमपात के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को बंद कर दिया गया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। यातायात अधिकारियों ने कहा कि रामबन जिले में कई स्थानों पर भूस्खलन और पत्थर गिरने के कारण राजमार्ग अवरुद्ध हो गया है।

यातायात विभाग के एक आधिकारिक बयान में आज सुबह कहा गया,“’जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग भूस्खलन और पत्थरों के गिरने के कारण कई स्थानों पर अवरुद्ध है। पूरे राजमार्ग पर भारी बारिश हो रही है। लोगों को मौसम में सुधार होने और सड़क साफ होने तक राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-44)पर यात्रा करने से बचने की सलाह दी जाती है।” अधिकारियों ने कहा कि घाटी से आने-जाने वाली उड़ानों का संचालन सामान्य है।

बारिश के मौसम का ताजा दौर शुक्रवार को शुरू हुआ और शनिवार को पूरे जम्मू-कश्मीर में मध्यम से बहुत भारी बारिश और हिमपात जारी रहेगा।

मौसम विभाग के अनुसार बारामूला जिले के पर्यटन स्थल गुलमर्ग में शुक्रवार से 38.1. सेमी बर्फबारी दर्ज की गई है।
विभाग ने कहा है कि पिछले 24 घंटों में श्रीनगर में 20.5 मिमी, काजीगुंड में 45.4 मिमी, पहलगाम में 27.5 मिमी, कुपवाड़ा में 60.6 मिमी, कोकरनाग में 30.4 मिमी और गुलमर्ग में 62.0 मिमी बारिश हुई। कश्मीर के कई हिस्सों में रात का तापमान कुछ डिग्री बढ़ गया।

श्रीनगर में मौसम विज्ञान केंद्र ने कहा कि आज रात तक और देर रात तक जम्मू-कश्मीर के अधिकांश स्थानों पर व्यापक मध्यम बारिश और बर्फबारी का अनुमान है। उसके बाद धीरे-धीरे सुधार होगा। मौसम विभाग ने कहा कि कुछ स्थानों पर खासकर उत्तरी कश्मीर, मध्य और दक्षिण कश्मीर के ऊंचे इलाकों और जम्मू डिवीजन के पीरपंजाल रेंज में बहुत भारी बर्फबारी का अनुमान है।

उन्होंने कहा,“कश्मीर संभाग के मैदानी इलाकों में मध्यम बारिश और बर्फबारी हो सकती है, जबकि जम्मू के मैदानी इलाकों में मध्यम बारिश हो सकती है और रामबन, उधमपुर और रियासी जिलों में भारी बारिश के आसार है।” मौसम विभाग ने कुछ स्थानों पर गरज, बिजली और ओलावृष्टि के साथ 30-40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज़ हवाएँ चलने का अनुमान जताया हैं।

मौसम विभाग ने कहा कि उसके बाद 10 मार्च तक कोई महत्वपूर्ण मौसम गतिविधि नहीं होगी, 6-7 मार्च की रात के दौरान छिटपुट स्थानों पर हल्की बारिश और हिमपात के आसार हैं। विभाग ने कुछ मध्य और ऊंचे इलाकों में भारी से बहुत भारी बर्फबारी को देखते हुए यात्रियों और पर्यटकों को तदनुसार योजना बनाने और यातायात पुलिस की सलाह का पालन करने की सलाह दी है।

मौसम विभाग ने कहा,“पहाड़ी इलाकों में आम जनता को हिमस्खलन-संभावित क्षेत्रों और ढलान वाले इलाकों में न जाने और हिमस्खलन की चेतावनियों और सलाह का पालन करने की सलाह दी जाती है।” उन्होंने कहा कि कुछ स्थानों पर भूस्खलन और पत्थर गिरने की संभावना है।


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