तेंदुए (Leopard) के हमले में घायल मासूम यश की हल्द्वानी ले जाते वक्त मौत

👉 पिता ने गुलदार के जबड़ों से तो छुड़ा दिया था मासूम, पर मौत साथ ले गई 📌 लैपर्ड के पकड़े जाने तक स्थानीय स्कूलों…

तेंदुए के हमले में मारे गए मासूम यश का फाइल फोटो

👉 पिता ने गुलदार के जबड़ों से तो छुड़ा दिया था मासूम, पर मौत साथ ले गई

📌 लैपर्ड के पकड़े जाने तक स्थानीय स्कूलों में बच्चों की छुट्टी

पिथौराढ़। तेंदुवे के हमले में घायल हुए 04 साल के नन्हे यश की मौत हो गई है। उसे हल्द्वानी रेफर किया गया था, लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। बालक के पिता भगवान सिंह ने उसे गुलदार के जबड़े से तो छुड़ा लिया, लेकिन मौत के मुंह में जाने से नहीं बचा पाये। मासूम की मौत के बाद जहां परिजनों में कोहराम है, वहीं पूरे गांव में सन्नाटा पसरा है। क्षेत्र के स्कूलों में भी छुट्टी घोषित कर दी गई है।

ज्ञात रहे कि सीएनई ने गत दिवस एक समाचार प्रकाशित किया था। जिसमें बताया था कि जनपद पिथौरागढ़ के गंगोलीहाट के जाखनी गांव में गुलदार ने एक 04 साल के मासूम पर हमला कर उसे घायल कर दिया है। यह घटना 24 मई बुधवार की रात को घटित हुई थी।

जब बालक के माता-पिता खाना बना रहे थे, तब एक तेंदुवे ने घात लगा घर की देहरी पर खड़े 04 वर्षीय यश पर हमला कर दिया। उसने यश को अपने दांतों में दबाया और भागने लगा। इस बीच बालक के पिता भगवान सिंह शोर मचाते हुए गुलदार के पीछे भागे। जिस पर गुलदार बालक को घर के आंगन में ही छोड़ कर भाग गया।

पिता भगवान सिंह ने अपने साहस की बदौलत बेटे को गुलदार के जबड़े से छुड़ा लिया था। जिसके बाद उसे निकटवर्ती अस्पताल भर्ती किया गया। सब को उम्मीद थी कि मासूम की जान बच जायेगी, लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ। गत दिवस उसे हल्द्वानी के लिए रेफर करना पड़ा। जहां पहुंचने से पहले ही मासूम ने दम तोड़ दिया।

बताया जा रहा है कि मासूम बालक की गर्दन में गुलदार ने बहुत गहराई तक दांत गड़ा दिये थे। कहा जाता है कि तेंदुवे का हमला बहुत घातक होता है। उसके जबड़े से छूटने के बाद भी जान जाने का खतरा रहता है। जिसका सबसे बड़ा कारण यह है कि यह शिकारी जीव सांस की नली में अपने पैने दांतों से एक गहरा घाव कर देता है। जिससे घायल होने के कुछ दिन बाद भी मौत हो सकती है।

इधर वन विभाग ने गुलदार को पकड़ने के लिए इलाके में पिंजरा लगा दिया है। वन क्षेत्राधिकारी मनोज सनवाल के अनुसार विभाग की टीम गांव में गश्त कर रही है। ग्रामीणों को सतर्कता बरतने के निर्दश दिए गए हैं।

वहीं तेंदुए के डर से उसके पकड़े जाने तक जूनियर हाईस्कूल भागा और प्राथमिक विद्यालय भामा में छुट्टी घोषित कर दी गई है। यह दोनों विद्यालय बच्चों के लिए बंद कर दिए गए हैं। आज शुक्रवार को शिक्षक विद्यालय आये हैं, लेकिन बच्चे अवकाश पर हैं। वहीं, प्रभागीय वनाधिकारी जीवन मोहन दगाड़े ने बताया कि घटना की जानकारी वन निदेशालय देहरादून भेजी जा रही है, ताकि अग्रिम कार्रवाई तय हो पाये।

सीएनई में पूर्व प्रकाशित समाचार का लिंक –


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