कृष्ण चंद्र कांडपाल अंतराष्ट्रीय सप्तऋर्षि अखाड़े के राष्ट्रीय प्रवक्ता
अखाड़ा परिषद के संत समागम सम्मेलन में मिली महत्वपूर्ण जिम्मेदारी
हल्द्वानी में हुआ भव्य स्वागत—अभिनंदन
सीएनई रिपोर्टर, हल्द्वानी। जागेश्वर धाम के मुख्य पुजारी हेमंत भट्ट (श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर कैलाशानंद जी महाराज) और अंतराष्ट्रीय सप्तऋर्षि अखाड़े के राष्ट्रीय प्रवक्ता कृष्ण चंद्र कांडपाल के हल्द्वानी पहुंचने पर उनका भव्य स्वागत किया गया।

यहां एक होटल के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में जागेश्वर धाम के मुख्य पुजारी हेमंत भट्ट महामंडलेश्वर कैलाशानंद महाराज और अंतराष्ट्रीय सप्तऋर्षि अखाड़े के राष्ट्रीय प्रवक्ता कृष्ण चंद्र कांडपाल मीडिया से मुखातिब हुए। इस दौरान दोनों विभूतियों का भव्य स्वागत किया गया।
बताना चाहेंगे कि गत दिनों महाकाल की नगरी उज्जैन में अंतरराष्ट्रीय सप्तऋषि अखाड़े द्वारा उन्हें यह उपाधि दी गई है। वहीं, कृष्ण चंद्र कांडपाल अंतराष्ट्रीय सप्तऋर्षि अखाड़े को भी राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया है।
उल्लेखनीय है कि जागेश्वर के मुख्य पुजारी हेमंत भट्ट को अखाड़ा परिषद के संस्थापक सच्चिदानंद बालप्रभु महाराज, जगदगुरू अवधेश प्रपन्नाचार्य व अध्यक्ष अंतर्राष्टीय सत्र से अखाड़ा परिषद ऋषि हर मनोज दास गुरूजी की उपस्थिति में पूर्ण विधि विधान से पट्टाभिषेक कर महामंडलेश्वर की पट्टी से विभूषित किया गया था।
साथ ही सनातन धर्म की रक्षा, अखाड़े की अध्यात्मिक एवं संगठनात्मक सुदृढ़ता तथा संत परंपरा की गरिमा को बनाये रखने हेतु इन्हें अंतराष्ट्रीय सप्तऋर्षि अखाड़े के नई कार्यकारिणी में अंतर्राष्ट्रीय महामंत्री के पद में भी नियुक्त किया गया है। साथ ही नव कार्यकारिणी में उत्तराखंड जागेश्वर से ऋर्षिवर
कृष्ण चंद्र काण्डपाल को अंतराष्ट्रीय सप्तऋर्षि अखाड़े का राष्ट्रीय प्रवक्ता का दायित्व दिया गया है।
इधर श्री श्री 1008 कैलाशानंद महाराज के उत्तराखंड आगमन पर स्वागत समारोह में उपस्थित भक्तजनों ने महामंडलेश्वर
कैलाशानंद महाराज का फूल माला एवं शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया। साथ ही ऋर्षिवर कृष्ण चन्द्र कांडपाल को राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किये जाने पर उपस्थित भक्तजनों द्वारा स्वागत एवं अभिनंदन किया गया।
महामंडलेश्वर ने अखाड़े द्वारा दी गयी नयी जिम्मेदारी का निवर्हन करने की घोषणा की गयी। जिसमें प्रमुख कार्य अखाड़े के अंतर्गत गुरूकुल पद्वति से शिक्षा हेतु गुरूकुल की स्थापना एवं गौसेवा हेतु गौशालाओं का निमार्ण किये जाने के लिए सभी प्रयास किये जाने की बात कही गई। सनातन धर्म के प्रचार—प्रसार के साथ ही धर्मांतरण को रोकने हेतु विशेष कार्य किये जाने का संकल्प लिया गया।
राष्ट्रीय प्रवक्ता कृष्णा चन्द्र कांडपाल द्वारा महामंडलेश्वर द्वारा कही गयी बातों को मूर्तरूप देने के लिए चारों धाम एवं देवभूमि के प्रसिद्ध मंदिरों देवालयों के संतजनों एवं पुजारियों
को अखाड़ा परिषद से जोड़ने का काम सतत मन एवं प्रयत्न से किये जाने की बात कही गई।
स्वागत कार्यक्रम में गोपेश्वर नाथ मंदिर कैंट बरेली से घनश्याम जोशी, आचार्य विष्णु शुक्ला, रजनीश जोशी फार्मेसी अधिकारी बेस चि० अल्मोड़ा, देवेन्द्र महरा, दीपक धौनी, गोविन्द उपाध्याय, पुष्कर सिंह चौहान, आचार्य अमित, विजय सनवाल, डा० संदीप गौड़ आदि मौजूद रहे।