गरमपानी/नैनीताल : भारी बारिश, उफान में नदियां, नैनीझील का बढ़ा जल स्तर

सीएनई रिपोर्ट
बेतालघाट और गरमपानी में भारी बारिश के चलते जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वहीं, हल्द्वानी में गोला, अल्मोड़ा में कोसी, गरमपानी में शिप्रा और रामनगर की दाबका नदी उफान पर है और निकटवर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों के आवासीय परिसर खतरे की जद में हैं। नैनीताल में नैनी झील का जल स्तर पर भी लगातार बढ़ रहा है।
मूसलाधार बारिश के चलते नैनीताल व अल्मोड़ा जनपद में नदी, गाढ़-गधेरे बहुत तेज उफान पर हैं। बताया जा रहा है कि अकेले नैनीताल जनपद में 21 ग्रामीण सड़के 6 राजमार्ग बाधित हैं, जिन्हें खोले जाने का काम भी लगातार चल रहा है। बताया जा रहा है कि बेतालघाट-भुजान, धनिया कोट- भुजान, भुजान-बेतालघाट, बेतालघाट ओखलढुंगा पहाड़ी से पत्थर गिरने व मलबा आने के चलते बंद हैं। जिसके चलते यहां तमाम मुसाफिर फंस गये हैं। हालांकि जगह-जगह जेसीबी से सड़क खोलने का काम भी चल रहा है।
वहीं, हल्द्वानी की बात करें तो शहर के अधिकांश आंतरिक मार्गों में जल भराव की समस्या देखी जा रही है और लोगों को यहां से गुजरने में काफी दिक्कतें पेश आ रही हैं। पुलिस प्रशासन ने नदी के किनारे रहने वाले लोगों को फिलहाल बारिश थमने तक अपने-अपने घरों में नहीं रूकने की सलाह दी है। साथ ही कहा है कि कोई भी बेवजह नदी किनारे नहीं जाये।
नैनीताल में नैनी झील के जलस्तर में काफी बढ़ोत्तरी देखी गई है। यहां जलस्तर 12 फीट के आसपास पहुंच गया है, जिस वजह से सिंचाई विभाग में नैनी झील के निकासी गेट खोल दिए हैं। भावली नैनीताल राज मार्ग मलवा आने से बाधित हुआ है। हल्द्वानी में गौला नदी का जल स्तर 4843 क्यूसेक तक पहुंच गया है। वहीं तमाम पर्वतीय क्षेत्रों में किसानों की खेतों में तैयार सब्जी की फसलों को भी काफी नुकसान पहुंचा है। नैनीताल संवाददाता द्वारा बताया गया है कि तीन दिन से रुक-रुककर यहां बारिश लगातार हो रही है। जिस कारण झील के सहायक नाले भी उफान पर हैं। भारी बारिश से नैनी झील का जलस्तर 10 फीट 9 इंच पहुंच गया है। इससे पहले गुरुवार को जलस्तर 10 फीट दो इंच था। झील का यह जल स्तर इस साल का सबसे अधिक है। हालांकि पिछले वर्ष 8 अक्तूबर को नैनी झील का जलस्तर 12 फीट 2 इंच था।