हल्द्वानी। उत्तराखंड विद्युत अधिकारी कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा ने भी 14 सूत्रीय मांगों को लेकर मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने मांगों का निस्तारण नहीं होने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल करने की चेतावनी दी है। मोर्चे ने आज से चरणबद आंदोलन की शुरूआत कर दी है।
मंगलवार को मुख्य अभियंता वितरण उप संस्थान कार्यालय के प्रांगण में मोर्चे की गेट मीटिंग हुई जिसमें आंदोलन की रणनीति तैयार की गई। वक्ताओं ने एसीपी की पुरानी व्यवस्था बहाल करने, पुरानी पेंशन स्वीकृत करने, संविदा कर्मचारियों को नियमित करने की मांग की है। संविदा कर्मिर्यों के नियमितीकरण की कार्यवाही पूर्ण होने तक कर्मचारियों को स्पेशल भत्ता दिया जाए।
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वक्ताओं ने कहा, कई बार मांगों के संदर्भ में निगम और शासन स्तर को अवगत कराया जा चुका है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। इस दौरान निर्णय लिया गया कि 23 सितंबर को उज्जवल मुख्यालय पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन, 25 सितंबर को यूपीसीएल मुख्यालय में सत्याग्रह, 27 सितंबर को पिटकुल कार्यालय में सत्याग्रह करेंगे। अगर इसके बाद भी उनकी मांगें नहीं मानी गई तो सभी अधिकारी और कर्मचारी 6 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने को बाध्य होंगे।
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इस मौके पर विनोद कुमार पाण्डेय, दीपक कुमार बिष्ट, मोहन राम, नीरज पाण्डे, मनोज पाण्डे, मनोज पंत, सतेंद्र टप्परवाल, मो. सकेब, सुरेश बहुगुणा, विनोद डिडोयाल, उर्वशी भंडारी, कमला जोशी, भगवती आर्या, किरन बोरा, सुरेश जोशी, मनोज गड़िया, संजय पाण्डे, मनोहर नेगी, रवि बिष्ट, सलीम अंसारी, घनश्याम चुपफाल, बीडी कांडपाल, नारायण राम, रोहित मिश्रा, चेतन जोशी, रजत मिश्रा, हरीश पाण्डे, ध्न सिंह मेहरा, देव सिंह बोरा, सुनील आदि मौजूद थे।