Bageshwar: स्वतंत्रता सेनानी गांव पन्याली बीथी सड़क सुविधा को मोहताज

— कर्मी तोक, सापुली, गुठन के ग्रामीणों 8 साल से मांग रहे लिंक मार्ग, अब प्रदर्शन सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: कपकोट तहसील के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी…

— कर्मी तोक, सापुली, गुठन के ग्रामीणों 8 साल से मांग रहे लिंक मार्ग, अब प्रदर्शन

सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: कपकोट तहसील के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पान सिंह का गांव पन्याली बीथी आज तक सड़क सुविधा को मोहताज है। इसी पीड़ा को लेकर ग्रामीणों ने ने आज जिला मुख्यालय पर आकर प्रदर्शन किया। जल्द समस्या का समाधान नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है। सड़क के अभाव में आज भी डोली से मरीज को सड़क तक ले जाने की मजबूरी बनी है।

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के पुत्र खुशाल सिंह के नेतृत्व में बीथी के ग्रामीण सोमवार को जिला मुख्यालय पहुंचे। यहां जोरदार नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया। यहां हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि स्वत्रंता संग्राम सेनानी पान सिंह ने देश की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन आजाद देश की सरकारों ने उन्हीं के गांव की उपेक्षा की है। आजादी के इसतने साल बाद भी गांव सड़क सुविधा से नहीं जुड़ सका। ग्रामीण लंबे समय से गांव को दूणी-सुकुंडा मोटर मार्ग से जोड़ने की मांग कर रहे हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों की अनदेखी की गई तो अलगे साल होने वाले लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने से भी ग्रामीण पीछे नहीं रहेंगे। इस मौके पर पर ग्रा प्रधान गैनाड़, चंद्र सिंह, दलीप सिंह, दीवान सिंह आदि मौजूद रहे।
आठ साल में नहीं लिंक मार्ग तक नहीं बन सका

बागेश्वर। आठ साल बाद भी लिंक मार्ग नहीं बनने पर क्षेत्र के लोगों ने कड़ी आपत्ति जताई है। नाराज ग्रामीणों ने अपनी इस मांग को लेकर कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। कहा कि सीएम की घोषणा के बावजूद उन्हें आज तक सड़क का लाभ नहीं मिल पाया है। कर्मी तोक, सापुली, गुठन के लोग सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे और नारेबाजी के साथ प्रदर्शन किया।

ग्रामीणों का कहना है कि वर्ष 2015 में कर्मी मोटर मार्ग से सापुली गुठन लिंक मार्ग को स्वीकृति मिली, लेकिन अभी तक मार्ग का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। मार्ग की पत्रावली अभी भी तहसील स्तर पर लंबित है। आठ साल बाद भी सड़क नहीं बनने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। अब ग्रामीणों का सब्र का बांध टूट गया है। सड़ के अभाव में ग्रामीण मीलों पैदल चलने को मजबूर है। चेतावती दी कि यदि उनकी मांग जल्द नहीं मानी गई तो तीन अप्रैरल से कपकोट पुल में चक्का जाम किया जाएगा। इसकी सारी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। इस मौके पर दर्शन सिंह, उदे सिंह, पुष्कर सिंह, शिव सिंह, बलंत सिंह, चंचल सिंह, धाम सिंह, नरेंद्र सिंह, दीपक सिंह तथा दीवान सिंह आदि मौजूद रहे।

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