अल्मोड़ाः अब फ्लिपकार्ट के जरिये भी बिकेंगी समूहों के ऐपण फेम व कलाकृतियां, लगन व मेहनत दे रही स्वरोजगार को मजबूती

अल्मोड़ा। यहां लगन व मेहनत और प्रोत्साहन का ही परिणाम है कि महिला स्वयं सहायता समूहों के कार्य आजीविका के मजबूत साधन बनते जा रहे…

अल्मोड़ा। यहां लगन व मेहनत और प्रोत्साहन का ही परिणाम है कि महिला स्वयं सहायता समूहों के कार्य आजीविका के मजबूत साधन बनते जा रहे हैं। समूहों द्वारा तैयार जैविक उत्पादों, ऐपण व अन्य आकर्षक कलाकृतियों की बाजार में मांग बढ़ती जा रही है। यहां तक कि दिल्ली हाट भी इन उत्पादों का मुरीद बनता जा रहा है। अब समूहों द्वारा तैयार ऐपण फेम व ऐपण कलाकृतियों को फ्लिपकार्ट के माध्यम से बेचने की तैयारी हो रही है।
दरअसल, ये उपलब्धियां दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन ( डेएनयूएलएम ) के अन्तर्गत महिला स्वयं सहायता समूहों की हैं। जो योजना के तहत अपने स्वरोजगार को लगन से करते हुये आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर है। नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी गौरव पाण्डे बताते हैं कि महिला समूहों के उत्थान के सम्बन्ध में जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया द्वारा समय-समय पर मिशन की समीक्षा की जाती है। नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी द्वारा समूह की उद्यमी महिलाओं की रोजगार गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा उनका मनोबल बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत है। रोजगार के लिए प्रत्येक समूह को दस हजार रूपये की आवर्ती निधि प्रदान की जाती है। परिणामस्वरूप वर्तमान में अल्मोड़ा में डेएनयूएलएम की महिलाओं द्वारा दालें, बड़ी, मसाले जैविक उत्पादों समेत ऐपण फेम तथा स्थानीय फलों के बीजों से विभिन्न प्रकार की कलाकृतियां तैयार की जा रही हैं। जिन्हें बाजार में वक्रय किया जा रहा है। स्थानीय बाजार में इनकी मांग भी बढ़ी है। उन्होंने बताया कि शहर के दूंगाधारा क्षेत्र के दिव्य महिला स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष नीमा नगरकोटी द्वारा ऐपण के फेम बनाये जा रहे हैं। प्रखर स्वयं सहायता समूह की रंजना भण्डारी के नेतृत्व में कपड़े में ऐपण के नये डिजाइन तैयार किए जा रहे हैं। शिव गौरा स्वयं सहायता समूह की अध्यक्ष चम्पा कुंवर व अन्य सदस्यों द्वारा जैविक उत्पाद तैयार कर इन्हें स्थानीय बाजार तथा दिल्ली हाट में बेचा जा रहा है। दिल्ली हाट में उत्तराखंड के समूहों की अन्य उत्पादों की भरपूर मांग है
उल्लेखनीय है कि समूह की महिलाओं के उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री के लिए पूर्व में शहरी विकास निदेशालय द्वारा फ्लिप कार्ड से अनुबन्ध किया गया है। अब समूहों द्वारा तैयार ऐपण फेम व ऐपण कलाकृतियों को फ्लिप कार्ड के माध्यम से बेचने की तैयारी की जा रही है। वर्तमान में कोविड संक्रमण को रोकने के दृष्टि से समूह की महिलाओं द्वारा मास्क भी तैयार किये गये हैं। सिटी मिशन मैनेजर मनोज कुमार एवं सामुदायिक संगठनकर्ता रमेश चन्द्र द्वारा समूह के उत्पादों का बाजार से जुड़ाव बढ़ाने के लिए निरन्तर प्रयास हो रहे हैं। स्वरोजगार के माध्यम से समूह की प्रियंका जोशी, राधा राजपूत, गंगा देवी, रीता बोरा, कमला बिष्ट, जानकी देवी आदि महिलाओं द्वारा आय सृजन के नये- नये प्रयास किये जा रहे हैं।

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