किच्छा। दहेज की बलि चढ़ी नवविवाहिता पुत्री को न्याय दिलाने के लिए परिजन दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हैं। विवाह के 101 दिन बाद नवविवाहिता की ससुराल में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में मृतका के पिता ने प्रधानमंत्री को शिकायती पत्र देकर न्याय दिलाने की गुहार लगाई है। पीड़ित पिता ने पुलिस पर रसूखदार आरोपियों से सांठगांठ करने का भी आरोप लगाया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रेषित शिकायती पत्र में ग्राम फिरोजपुर, थाना पुलभट्टा निवासी इरशाद अली पुत्र रहमान शाह ने कहा कि उसने अपनी पुत्री का विवाह 18 जून 2020 को मुस्लिम रीति रिवाज से ग्राम कठर्रा, गऊघाट, थाना किच्छा निवासी मोहम्मद आलिम उर्फ मनीष पुत्र जमील अहमद के साथ किया था और अपनी हैसियत के अनुसार दान दहेज दिया था, परंतु दहेज से नाखुश पति मोहम्मद आलिम, ससुर जमील अहमद, सास नफीसा, जेठ तौफीक अहमद, तहेरे ससुर नबी अहमद ने पुत्री को दहेज में बुलेट मोटर साइकिल तथा दो लाख नगद लाने का दबाव बनाते हुए प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।
पीड़ित पिता ने आरोप लगाया कि दहेज की मांग पूरी ना होने पर ससुरालियों ने उनकी पुत्री को भूखा प्यासा रखा और उसका उत्पीड़न करते हुए मारपीट शुरू कर दी। उन्होंने आरोप लगाया कि मांग पूरी ना होने पर दामाद मोहम्मद आलिम द्वारा अक्सर अपनी पत्नी को जान से मारने की धमकी दी जाती थी और रसूखदार होने का हवाला देते हुए कहा जाता था कि उनकी पहुंच के चलते पुलिस प्रशासन कोई कार्यवाही नहीं करेगा। पीड़ित पिता ने कहा कि शादी के करीब साढ़े 3 महीने बाद 30 सितंबर 2020 की रात्रि उक्त आरोपी ससुरालियों ने योजना बनाकर उनकी पुत्री की हत्या कर दी और अगले दिन सुबह उसकी मौत की सूचना मायके वालों को दी।
कनाडा से पुलिस को आया ई मेल और यहां रुक गई युवक की शादी, पढ़िए क्या है पूरा मामला
पीड़ित ने कहा कि सूचना पर पहुंची पुलिस द्वारा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया गया और पीएम के बाद पुलिस ने मृतका के शव को परिजनों को सौंप दिया। मृतका के पिता ने आरोप लगाया कि उनकी तहरीर पर पुलिस ने 6 अक्टूबर 2020 को आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली, परंतु आरोपियों के खिलाफ कोई कार्यवाही ना किए जाने से आरोपियों द्वारा लगातार मुकदमा वापस लेने को लेकर दबाव बनाते हुए परिवार सहित जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं। पीड़ित ने आरोप लगाया कि जब वह बयान दर्ज कराने के लिए सीओ कार्यालय पहुंचा तो सभी आरोपी गण कार्यालय में पहले से ही मौजूद थे और इस दौरान उनके द्वारा जबरन धमकाते हुए सादे पेपर पर हस्ताक्षर करा लिए गए।
पीड़ित ने कहा कि आरोपी गण दबंग किस्म के रसूखदार लोग हैं और आरोपी तौफीक अहमद पूर्व प्रधान रह चुका है तथा वर्तमान में उसकी पत्नी ग्राम प्रधान है व आरोपियों द्वारा लगातार धमकियां दी जा रही है कि पुलिस से उनकी सेटिंग हो गई है, जिसके चलते कोई उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। पीड़ित पिता ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उसकी पुत्री की मौत के जिम्मेदार लोगों के खिलाफ पुलिस प्रशासन द्वारा कड़ी कानूनी कार्यवाही कर उन्हें न्याय नहीं दिलाया गया तो वह अपनी पत्नी व बच्चों के साथ एसएसपी कार्यालय में न्याय की मांग को लेकर धरना देने को मजबूर होंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी। फिलहाल दहेज की बलि चढ़ी नवविवाहिता की मौत के मामले में आरोपियों पर कार्यवाही की मांग को लेकर मृतका के परिजन दर-दर भटक रहे हैं, बावजूद इसके कोई कार्यवाही नहीं हो रही है।