किच्छा : धान की खरीद न होने से किसानों ने काली दिवाली के रूप में त्यौहार मनाते हुए सरकार के खिलाफ किया जोरदार धरना प्रदर्शन

किच्छा। केन्द्र सरकार द्वारा पारित किए गए किसान अध्यादेश रूपी काले कानून व नए कानून के कारण धान की खरीद बाधित होने के विरोध में…

किच्छा। केन्द्र सरकार द्वारा पारित किए गए किसान अध्यादेश रूपी काले कानून व नए कानून के कारण धान की खरीद बाधित होने के विरोध में किसानों ने काली दिवाली के रूप में दीपावली का त्यौहार मनाते हुए भाजपा सरकार के खिलाफ जोरदार धरना प्रदर्शन किया। किसानों के आंदोलन को समर्थन देते हुए तमाम कांग्रेसियों ने भी भाजपा सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए धरना दिया व दिवाली को काली दिवाली के रुप में मनाया। नगर के मंडी समिति में धान लेकर पहुंचे तमाम किसानों ने धरना देते हुए भाजपा सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। किसानों के आंदोलन व विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम में कांग्रेस के प्रदेश सचिव संजीव कुमार सिंह व किसान नेता तेजिंदर सिंह सहित अन्य कांग्रेसी जन भी शामिल हुए।

इस मौके पर प्रदेश सचिव संजीव कुमार सिंह ने कहा कि यह कानून वास्तविकताओं को ध्यान में रखे बिना बनाया गया वह कानून है जिससे किसानों को अपने अनाज को बेचने के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही है और सरकारी काँटों पर खरीद ना हो पाने की स्थिति में औने-पौने दामों पर बिचौलियों को अपनी फसल बेचने पर मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मौजूदा सरकार नें इस तरह का तानाशाही पूर्ण रवैया नहीं बदला तो आने वाले समय में किसानों एवं आम जनता को और अधिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। किसान नेता जगरूप सिंह तथा किसान कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष जितेंद्र सिंह संधू ने कहा कि राइस मिलर से द्वारा अधिकारियों से सांठगांठ कर मंडी समिति से बाहर धान की खरीद की जा रही है और मंडी से प्रवेश पर्ची कटवा कर धान की खरीद कर किसानों का शोषण किया जा रहा है, जिसे किसी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की भाजपा सरकार किसान विरोधी सरकार साबित हुई है और भाजपा सरकार खोखले दावे कर देश की जनता को गुमराह कर रही है,

जबकि सच्चाई यह है कि 1 सप्ताह में पेमेंट देने का दावा करने वाली भाजपा सरकार के शासन में एक महीने के भीतर भी किसानों को धान की पेमेंट नहीं मिल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा शासन में मंडी समिति में धान लेकर आए किसान चार-चार दिन तक अपनी फसल के साथ खुले में रात गुजारने को मजबूर हैं। इस मौके पर अरुण तनेजा, बंटी पपनेजा, राजकुमार बजाज, जगरूप सिंह गिल, संतोष सिंह, मधुसूदन तिवारी, श्रवण सिंह, अमीर सिंह, अक्षय बाबा, सुखविंदर सिंह, कुलदीप सिंह, राजेंद्र सिंह, अंग्रेज सिंह आदि मौजूद थे।

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