फर्जी सिपाही ने 6 से ज्यादा महिला सिपाहियों को बनाया हवस का शिकार

चढ़ा पुलिस के हत्थे, उगले सारे राज जानिए इसका पेठा कारोबारी से फर्जी पुलिस कर्मी बनने का सफर सीएनई डेसक। बरेली में एक आठवीं पास…

फर्जी सिपाही ने आधे दर्जन से अधिक महिला सिपाहियों को बनाया हवस का शिकार
















चढ़ा पुलिस के हत्थे, उगले सारे राज

जानिए इसका पेठा कारोबारी से फर्जी पुलिस कर्मी बनने का सफर

सीएनई डेसक। बरेली में एक आठवीं पास फर्जी सिपाही को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोप है कि उसने खुद को सिपाही बता आधे दर्जन से अधिक महिला पुलिस कर्मियों को अपने जाल में फंसा न केवल उनके साथ शारीरिक संबंध बनाए, बल्कि लगभग 36 लाख तक की ठगी कर डाली।

महिला सिपाहियों को बनाया हवस का शिकार
महिला सिपाहियों को बनाया हवस का शिकार

यह फर्जी सिपाही पहले अपने सजातीय ‘वर्मा’ सरनेम की महिला पुलिस कर्मियों को पुलिस की वेबसाइट के सहारे ढूंढता फिर उनके दोस्ती गांठता। दोस्ती के बाद प्यार मोहब्बत की बात करते हुए शादी का झांसा देना। जब महिला सिपाही उसके जाल में फंस जाती तो वह उन्हें किसी होटल में बुला उनके साथ शारीरिक संबंध बना लेता। फिर उनका प्रमोशन कराने के नाम पर जमकर पैसों की उगाही भी करता था। इस तरह इसने 6 से अधिक महिला सिपाहियों की इज्जत से खेला और सभी को मिलाकर कुल 36 लाख रूपये की ठगी कर ली।

दरअसल, महिला पुलिसकर्मियों से शारीरिक संबंध बनाकर उनकी कमाई लूटने वाला राजन वर्मा अपने काम को बड़े शातिराना ढंग से अंजाम देता था। जांच में पता चला है कि वह लखीमपुर खीरी में पेठे की फैक्टरी चलाता था। जहां उसकी मुलाकात पुलिस के एक एसओजी कर्मी से हुई। जिसने राजन की नौकरी लगवाने के नाम पर उससे पांच लाख रुपये ठग लिए थे। राजन की पुलिस में नौकरी तो नहीं लगी, लेकिन उसने पुलिस के सारे रंग—ढंग बखूबी सीख लिए थे। जिसका उसने लाभ उठाने का मन बना लिया।

पूछताछ में राजन ने खुलासा किया जब वह अयोध्या में पेठे की सप्लाई करता था, तब उसकी मुलाकात सुनील गुप्ता नाम एक एसओजी सिपाही से हुई। राजन का कहना है कि सुनील ने उसे पुलिस में भर्ती कराने के नाम पर उससे पांच लाख रुपयों की ठगी कर ली थी। हालांकि इससे पूर्व राजन सुनील के साथ रहने लगा था और खुद को पुलिस कर्मी ही समझने लगा। सुनील गुप्ता के साथ रहने के दौरान राजन की कई पुलिसवालों से दोस्ती हो गई और वह उन्हीं की तरह रहन-सहन सीख गया। कोतवाल डीके शर्मा के मुताबिक खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए राजन ने एक सजातीय महिला आरक्षी से शादी भी की थी। जब महिला सिपाही को उसके 8वीं पास और बेरोजगार होने का पता चला तो उसने दूरी बना ली।

सजातीय महिला पुलिस कर्मियों को फंसाने लगा

इस दौरान राजन यूपी पुलिस की बेवसाइट खोलना सीख गया था। इसके जरिये वह वर्मा सरनेम वाली अविवाहित महिला सिपाहियों के नाम-पते छांटकर उनसे दोस्ती करता था। कई महिला सिपाहियों से दोस्ती, शादी का झांसा और कुछ मामलों में शादी करके राजन ने उनका यौन शोषण किया और उनकी कमाई पर ऐश करने लगा।

अब तक 05 ने लगाया दुष्कर्म का आरोप, संख्या 12 तक होने की संभावना

राजन के खिलाफ मुरादाबाद के सिविल लाइंस थाने व श्रावस्ती जिले के भिनगा थाने में एक-एक, लखीमपुर खीरी के मितौली थाने में दो मुकदमे धोखाधड़ी आदि धाराओं में हैं। कोतवाली पुलिस के मुताबिक इनमें से कुछ में महिला सिपाही वादी हैं, जिनसे राजन ठगी कर चुका है। महिला पुलिसकर्मियों ने उस पर दुष्कर्म का आरोप लगाया है। हालांकि, राजन के मोबाइल फोन के रिकॉर्ड व अन्य सूत्रों से पता लगा है कि उसकी हवस का शिकार हुई महिला पुलिस कर्मियों की संख्या करीब एक दर्जन भर है। यह अलग बात है कि बाकी महिला कर्मियों ने फिलहाल शिकायत दर्ज नहीं की है।

चढ़ा बरेली पुलिस के हत्थे

जानकारी के अनुसार राजन बरेली में तैनात एक महिला सिपाही के संपर्क में आया। उसने खुद को एडीजी लखनऊ बताया। खुद को कुंवारा बता महिला सिपाही के साथ शारीरिक संबंध बनाए और उसके साथ लाखों की ठगी भी कर दी। कोतवाली में महिला सिपाही ने राजन के खिलाफ गत 13 जुलाई 2024 को मुकदमा दर्ज करा दिया था। तब से वह फरार चल रहा था, लेकिन अब बरेली पुलिस की पकड़ में आ गया।

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