देहरादून | उत्तराखंड में बिजली उपभोक्ता को एक बार फिर झटका लग सकता है। बिजली के दामों में 9 से 11% तक की बढ़ोतरी हो सकती है। यूपीसीएल ने उत्तराखंड नियामक आयोग को बिजली के दामों में 23 से 27% तक की बढ़ोतरी का प्रस्ताव भेजा था। लेकिन, नियामक आयोग ने जनसुनवाई करने के बाद उपभोक्ताओं की जरूरत के हिसाब से बिजली के दामों में बढ़ोतरी का फैसला लिया है। इसी हफ्ते के अंत तक या अगले हफ्ते की शुरुआत में उत्तराखंड में बिजली महंगी हो सकती है। इस बार बिजली की बढ़ोतरी 11% तक होने की संभावना है।
प्रदेशभर में तकरीबन 27 लाख बिजली उपभोक्ता हैं। उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPCL) ने नियामक आयोग को हवाला दिया था कि सालाना बिजली की खरीद पर 1281 करोड़ रुपए खर्च हो सकते हैं। इसलिए बिजली के दाम 23 से 27% तक बढ़ाए जाएं। नई दरें 1 अप्रैल से लागू मानी जाएं। उधर, चुनाव आयोग ने भी उत्तराखंड नियामक आयोग को बिजली के दामों में बढ़ोतरी की अनुमति दे दी है।
गर्मी बढ़ते ही प्रदेश में बिजली की डिमांड भी बढ़ी
गर्मी की वजह से प्रदेशभर में बिजली की डिमांड भी लगातार बढ़ रही है। इस साल अब तक अप्रैल माह में बिजली की मांग 4.7 करोड़ यूनिट का आंकड़ा पार कर गई है। जबकि यूपीसीएल के पास इसके सापेक्ष 3.3 करोड़ यूनिट बिजली ही उपलब्ध है। मांग के आधार पर यूपीसीएल को बाकी बिजली बाजार से खरीदनी पड़ती है। इस हिसाब से उत्तराखंड पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPCL) इस साल बिजली के दामों में बढ़ोतरी में ज्यादा डिमांड कर रहा है, लेकिन नियामक आयोग इसके पक्ष में नहीं है। आयोग ने प्रदेशभर में जनसुनवाई की है, जिसके आधार पर बिजली बिलों में बढ़ोतरी की जाएगी।