सीएनई रिपोर्टर। कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल में संपन्न हुए कार्य परिषद के चुनाव में एडवोकेट केवल सती ने छठी बार जीत दर्ज की है।
उल्लेखनीय है कि परिसर नैनीताल से फैकल्टी के डीन, विभागाध्यक्ष, सीनियर प़ोफेसर आदि 33 मतदाता थे। तीन भीमताल कैम्पस के फैकल्टी डीन के रूप में मतदाता थे। इसके अलावा उत्तराखण्ड राज्य के 5 विधायक तथा हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश रमेशं खुल्बे जी तथा नैनीताल व उधमसिंहनगर के सीनियर प्रिंसिपिल तथा सीनियर प़ध्यापकों ने एवं सिनेट के 15 सदस्यों ने भी मतदान में प़तिभाग किया। इस तरह 68 मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया।
सती ने कहा कि जब पूर्व में अल्मोड़ा परिसर जब कुमाऊं विश्वविद्यालय का भाग था तो यहां के डीन एवं विभागाध्यक्ष भी मतदाता थे। तो अल्मोड़ा का होने के नाते उन्हें मतदान में इसका लाभ मिलता था और वे आसानी से जीत दर्ज कर लैते थे, लेकिन अल्मोड़ा विश्वविद्यालय अलग बनने से यहां के मतदाता कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल में मतदाता नहीं रहे।
उनके द्वारा पूर्व में कार्य परिषद सदस्य के रूप में किये गए कार्यों का लाभ उन्हें मिला और वे कुमाऊं विश्वविद्यालय के कार्य परिषद के सदस्य के रूप में निर्वाचित हुए। जितने के बाद सती ने सभी मतदाताओं का आभार व्यक्त किया तथा कहा कि वे हमेशा कुमाऊं विश्वविद्यालय नैनीताल के हित में कार्य करते रहेंगे।
सती के इस चुनाव में विजयी होने के बाद कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति, रजिस्टार विश्वविद्यालय के प़ोफेसर एवं कर्मचारीयों ने उनके निर्वाचित होने पर उन्हें बधाई दी।
ज्ञात रहे कि सती इससे पूर्व एस.एस.जे. परिसर अल्मोड़ा में छात्र संघ के अध्यक्ष तथा उत्तराखण्ड राज्य में दर्जा राज्य मंत्री के रुप में भी कार्य कर चुके हैं।