Almora Special: दशहरा महोत्सव ने धूम से लबरेज रहा शहर, संस्कृति की अनूठी छटा बिखरी

⏩ रावण परिवार के कलात्मक व विशालकाय पुतलों का निकला जुलूस ⏩ उत्सुकता से हजारों की तादाद में दशहरा महोत्सव के गवाह बने लोग ⏩…

⏩ रावण परिवार के कलात्मक व विशालकाय पुतलों का निकला जुलूस

⏩ उत्सुकता से हजारों की तादाद में दशहरा महोत्सव के गवाह बने लोग

⏩ देर रात स्टेडियम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों व आतिशबाजी का कार्यक्रम

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखने के लिए मशहूर अल्मोड़ा नगर का दशहरा महोत्सव भी खासी पहचान रखता है और इसमें शामिल होने वाले रावण कुल के कलात्मक पुतले देशभर में मशहूर हैं। आज बुधवार को नगर दशहरा महोत्सव धूम से लबरेज रहा। कलात्मक व विशालकाय करीब 22 पुतलों का ढोल नगाड़ों के साथ भव्य जुलूस निकला। जुलूस में शामिल एक से बढ़कर एक पुतले लोगों के लिए कौतूहल बने रहे। हजारों लोगों ने महोत्सव का भव्य नजारा देखा। दशहरा महोत्सव में संस्कृति की अनूठी छटा देखने को मिली। (आगे पढ़ें…)

परंपरानुसार नगर की विभिन्न पुतला समितियां अपने-अपने पुतले लेकर माल रोड में शिखर तिराहे के समीप पालिका कॉम्प्लेक्स के निकट पहुंचे। पुतलों का इस जगह पर एकत्रित होने का सिलसिला दोपहर करीब 12 बजे से शुरू हुआ। अपराह्न तक ये पुतले इस स्थान पर पहुंच सके। अपराह्न दशहरा महोत्सव समिति के बैनर तले पुतलों के जुलूस के उद्घाटन उपरांत करीब शाम जुलूस शुरू हुआ। यह जुलूस शनै:-शनै: डेढ़ किमी लंबी मुख्य बाजार पार करते हुए आगे बढ़ा। जुलूस में वाद्य यंत्रों के साथ खूब नाच—गाना हुआ। पुतला समितियों की युवा टोलियां ढोल-मजीरे व बैंड-बाजे की धुनों पर अपने-अपने पुतलों के साथ जमकर थिरकते निकले। जुलूस के पीछे—पीछे असत्य पर सत्य की​ विजय के प्रतीक स्वरूप भगवान राम, लक्ष्मण व सीता की मनोहारी झांकी निकली। नगर के बच्चे, बूढ़े व महिला—पुरुष हजारों की तादाद में जुलूस देखने उमड़ पड़े। बाजार मार्ग के दोनों ओर ही नहीं बल्कि घरों व भवनों के छतों में दशकों का जमावड़ा रहा। जब ये सभी पुतले स्थानीय स्टेडियम में पहुंचेंगे, तो इन्हें आग के हवाले किया जाएगा। (आगे पढ़ें…)

विजयादशमी के मौके पर रात स्टेडियम में मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम व भव्य आतिशबाजी का कार्यक्रम रखा गया है। समाचार लिखे जाने तक स्टेडियम में सभी पुतलों के पहुंचने का इंतजार ही चल रहा था। बड़ी संख्या में लोग आतिशबाजी के भव्य नजारे का लुत्फ उठाने पहुंचे हैं। सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए थे। पुतलों के जुलूस के उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद लक्ष्मी भंडार हुक्का क्लब के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ रंगकर्मी राजेंद्र तिवारी ने किया। इस कार्यक्रम में विधायक मनोज तिवारी, मोहन सिंह महरा, पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी अति विशिष्ट अतिथि और पूर्व विधायक रघुनाथ सिंह चौहान व कैलाश शर्मा, पूर्व पालिकाध्यक्ष शोभा जोशी विशिष्ट अतिथि रहे जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता दशहरा महोत्सव समिति के अध्यक्ष अजीत सिंह कार्की ने की। (आगे पढ़ें…)

उधर रात स्टेडियम में सांस्कृतिक व आतिशबाजी कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद अजय टम्टा हैं। उक्त कार्यक्रमों में मुख्य संयोजक कैलाश गुरुरानी, सचिव मनोज सनवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष रवि रौतेला, कांग्रेस के नगर अध्यक्ष पूरन सिंह रौतेला, सह संयोजक हरीश कनवाल, विनोद वैष्णव, नगर व्यापार मंडल अध्यक्ष सुशील साह, आनंद सिंह बगड्वाल, वैभव पांडे, प्रत्येश पांडे, कृष्ण बहादुर, अमरनाथ सिंह नेगी, दिनेश गायेल, मनोज वर्मा समेत तमाम लोग शामिल रहे। (आगे पढ़ें…)

इन मोहल्लों में बने ये पुतले

अल्मोड़ा: नगर में हुक्का क्लब, चौघानपाटा, गंगोला मोहल्ला, टम्टा मोहल्ला, दुगालखोला, मल्ला ओढ़खोला, न्यू इंद्रा कॉलोनी, पातालदेवी, नरसिंहबाड़ी, चौक बाजार, धार की तूनी, भ्यारखोला, धारानौला, अफसर्स कॉलोनी, पुलिस लाइन, राजपुरा, बाड़ी बगीचा, लोहे शेर, थाना बाजार, लाला बाजार आदि जगहों की पुतला निर्माण समितियों ने पुतले बनाए। रात दिन कड़ी मेहनत से इनके द्वारा रावण, ताड़िका, खर—दूषण, मारीच, मायान्तक, अतिकाय, शुम्भा सुर, अंतका सुर, ज्वाला सुर, कालकासुर, लवणासुर, मायासुर, मकरासुर, प्रहस्त, धुम्राक्ष, विरत, कुण्ड, त्रिसरा, देवातंक, अक्षय कुमार व मेघनाद के पुतले बनाए गए। (आगे पढ़ें…)

मशहूर हैं कलात्मक पुतले

अल्मोड़ा: अल्मोड़ा में दशहरा महोत्सव की परंपरा दशकों पुरानी है। यहां के कलात्मक पुतले पूरे देशभर में मशहूर हैं। स्थानीय हुनरमंद कई दिनों की मेहनत से इन्हें स्वयं तैयार करते हैं। जो सजीवता को दर्शाते हैं। देश में मैसूर व कुल्लू मनाली के बाद दशहरा महोत्सव में अल्मोड़ा का तीसरे नंबर पर माना जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *