सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
देवी और दुर्गा पूजा कमेटी ने नगर में भव्य कलश यात्रा निकाली। ढोल-नगाड़ों और निशाणों के साथ भक्त निकले। महिलाओं ने सरयू नदी का जल कलश में भरा और मां दुर्गा को अर्पित किया। उधर, कपकोट, खरेही में भी दुर्गा पूजा महोत्सव का रंगारंग आगाज हो गया है।
सोमवार को नगर देवी पूजा कमेटी की महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली। पंडित रमेश चंद्र ने मंत्रोचारण के साथ मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा की। जिला पंचायत उपाध्यक्ष नवीन परिहार ने महोत्सव का शुभारंभ किया। इस दौरान महेश पांडे, प्रेमा पांडे, प्रशांत मलड़ा, राजेंद्र उपाध्याय, सूरज जोशी, पुष्कर साह, प्रमोद मेहता, मनोज जोशी, रमेश गढ़िया आदि मौजूद थे।
वहीं, नुमाइशखेत मैदान पर दुर्गा पूजा कमेटी ने भी भव्य कलश यात्रा निकाली। पंडित धर्मानंद शास्त्री ने पूजा-अर्चना की। शुभारंभ नगर पालिकाध्यक्ष सुरेश खेतवाल ने किया। इस दौरान जगदीश मलड़ा, जानकी मलड़ा, बृज किशोर वर्मा, नवीन लोहनी, उमेश लाल साह, कमला भैसोड़ा, गीता उपाध्याय, चंद्रा उपाध्याय, जीवंती कांडपाल, गीता रावल, इंद्रा जोशी, गीतांजलि, हरीश सोनी, नवीन लाल साह, मुकेश साह, अनुज साह, जीवन जोशी, नमिश रावत, रचित साह आदि मौजूद थे।
मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता
शारदीय नवरात्र के पहले दिन शैलपुत्री की पूजा-अर्चना को देव मंदिरों में श्रद्धा का तांता लगा। चंडिका, कोट भ्रामरी, कालिका मंदिर कांडा, कपकोट, खरेही समेत जिले के सभी हिस्सों में स्थित देवी मंदिरों में सुबह से ही पूजा अर्चना शुरू हो गई है। श्रद्धालुओं ने श्रद्धा पूर्वक सरयू-गोमती संगम पर स्नान किया। गंगाजल लेकर अपने घर लौटे और देवी हरेला बोया। नगर स्थित चंडिका, उल्का, कठायतबाड़ा भगवती मंदिर में सुबह से ही लोग दर्शन को पहुंचे। बागनाथ मंदिर में भक्तों ने जल अर्पित किया। कांडा के कालिका मंदिर, भद्रकाली मंदिर, कपकोट के बदियाकोट और गरुड़ के कोट भ्रामरी मंदिर में भी लोगों ने पूजा की।