बागेश्वर। वन विभाग और लोक निर्माण विभाग की आपसी खींचतान के चलते बागेश्वर से कांडा जाने वाले मार्ग पर बुढ़घुना के पास एक विशाल पेड़ ने गुजरने वाले वाहनों के लिए परेशानी खड़ी कर रखी है। सड़क पर गिरे इस पेड़ को हटाने की जिम्मेदारी किस विभाग की है यह दस दिन बाद भी तय नहीं हो सका है। खास बात यह है कि इस मार्ग से कई विभागों के अधिकारी गुजरते हैं लेकिन किसी की नजर इस पेड़ पर नहीं पड़ी। लगभग दस दिन पहले अंधड़ और बारिश की वजह से एनएच-309ए पर बुढ़घुना के पास एक हरा पेड़ रोड पर आ गिरा था।
लोक निर्माण विभाग और वन विभाग की लापरवाही का आलम यह है कि कई दिनों से यह हरा पेड़ सड़क पर ही गिरा है और इससे सड़क का एक हिस्सा अवरूद्ध हो रहा है। पेड़ को न हटाए जाने की वजह से यहां से गुजरने वाले वाहनों को तंग सड़क से होकर गुजरना पड़ रहा है। इसमें वन विभाग का कहना है कि पेड़ रोड पर गिरा है तो लोक निर्माण विभाग इसका जिम्मेदार है। वहीं पीडब्लूडी विभाग का कहना है कि वन विभाग ही इस पेड़ को हटा सकता है। अगर हमारे द्वारा पेड़ हटाया गया तो वन विभाग की हम पर कार्यवाही होती है। इसलिए मामला वन विभाग का है। वैसे आपको बता दे कि यहां से जिले के कई अधिकारी भी गुजरते है। लेकिन तब भी ये विशालकाय पेड़ पिछले 10 दिनों से रोड अवरोधक बना हुआ है।