बिग ब्रेकिंग, उत्तराखंड : डायट डीएलएड प्रशिक्षितों ने घेरा सचिवालय, शिक्षा सचिव के आश्वासन के बावजूद आंदोलन जारी रखने का एलान ! ताली, थाली, नारेबाजी के साथ निकाली रैली

सीएनई रिपोर्टर, देहरादून नियुक्ति की मांग को लेकर विगत 6 अगस्त से शिक्षा निदेशालय में धरने पर बैठे डायट डीएलएड प्रशिक्षितों ने आज सचिवालय तक…

सीएनई रिपोर्टर, देहरादून

नियुक्ति की मांग को लेकर विगत 6 अगस्त से शिक्षा निदेशालय में धरने पर बैठे डायट डीएलएड प्रशिक्षितों ने आज सचिवालय तक रैली निकाल प्रदर्शन किया। इस दौरान शिक्षा सचिव राधिका झा ने 16 अगस्त को कोर्ट में केस की पैरवी करवाने और भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का आश्वासन दिया है। इसके बावजूद प्रशिक्षितों ने नियुक्ति प्रक्रिया आरम्भ होने तक आंदोलन जारी रखने का एलान किया है।

बृहस्पतिवार को सरकार की बेरुखी व बार—बार दिए जा रहे झूठे आश्वाशनों और विभागीय अधिकारियों की उदासीनता से परेशान होकर बेरोजगारों ने परेड़ ग्राउंड से सचिवालय तक हाथों में जूते, चप्पल लेकर ताली थाली बजाते हुए नंगे पैर जोर—शोर से नारेबाजी करते हुई रैली निकाली।
डायट डीएलएड संघ के प्रदेश सचिव हिमांशु जोशी ने कहा कि कि 519 डीएलएड प्रशिक्षित सरकार की उदासीनता और अन्य संघ द्वारा दायर किये कोर्ट केस में बेवजह पिस रहे हैं। भावी शिक्षक कलम के सिपाही हैं, लेकिन सत्ता के कद्रदानों ने हमें हाथों में थाली, जूते लेकर नंगे पैर चलने पर मजबूर कर दिया है। ये पूर्ण रूप से सरकारी तंत्र की विफलता है। इसलिए सरकार को जगाने के लिए हमें कड़ी चोट करनी है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षित धरना, रैली, डिप्लोमा वापसी, मैराथन, मंत्री घेराव, जुलुस आदि सभी कार्य करेंगे।

प्रदेश मीडिया प्रभारी प्रकाश दानु ने बताया कि सात हजार अभ्यर्थियों से चुनकर आये हम 650 प्रशिक्षितों को विभाग ने 2 वर्ष का कड़ा प्रशिक्षण कराया जो दिसम्बर 2019 में पूरा हुआ। इसके बाद से डायट संघ लगातार मंत्री व विभाग में अपनी भर्ती की मांग को लेकर उनसे लगता गुहार रहा। मजबूरन प्रशिक्षितों द्वारा विज्ञप्ति निकालने हेतु 3 बार निदेशालय में धरना देना पड़ा, उसके बाद विभाग द्वारा भर्ती को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। नाराज व परेशान प्रशिक्षितों द्वारा अब फिर से भर्ती पूरी कराने हेतु निदेशालय में धरना दिया जा रहा है।

वक्ताओं ने कहा कि कोविड की तीसरी लहर की सम्भावना लगातार तेज होती जा रही है, इसलिए यदि समय के साथ प्राथमिक शिक्षक भर्ती पूरी नहीं होती तो प्रत्येक दिन धरना उग्र होता जाएगा। इसके बाद मैराथन, डिप्लोमा वापसी आदि कार्य करेगें।

सचिवालय में शिक्षा सचिव राधिका झा से हुई वार्ता में उन्होंने डायट प्रशिक्षितों की मांग को स्वीकार करते हुए बोला है कि आगामी 16 अगस्त को कोर्ट में केस की पैरवी महाधिवक्ता द्वारा की जाएगी और जल्दी से जल्दी कोर्ट में लम्बित केस को निपटाते हुए प्राथमिक शिक्षक भर्ती पूरी की जाएगी। प्रदेश उपाध्यक्षा दीक्षा राणा ने कहा कि जब तक प्राथमिक शिक्षक भर्ती पूरी नहीं हो जाती तब तक धरना स्थगित नहीं होगा।

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