सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
अल्मोड़ा के धौलछीना निवासी रेस्टोरेंट संचालक देवेंद्र सिंह बिष्ट की मौत की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। इस मामले में खटीमा पुलिस ने एक वाहन चालक को गिरफ्तार किया है।
उल्लेखनीय है कि जनपद के भैसियाछाना ब्लॉक अंतर्गत ग्राम गेवाथल, धौलछीना निवासी देवेंद्र सिंह बिष्ट 34 साल पुत्र स्व. मदन सिंह बिष्ट का शव गत 7 मार्च को खटीमा कोतवाली क्षेत्र के चकरपुर में सड़क किनारे पड़ा मिला था।
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पहले पुलिस इसे एक हत्या समझ रही थी, लेकिन जैसे—जैसे जांच आगे बढ़ी तो पता चला यह हत्या नहीं बल्कि हिट एंड रन Hit & Run का मामला है। पुलिस ने इस मामले में जिसके बाद पुलिस ने महेन्द्रा क्वांटो गाड़ी चालक मदन बोरा, निवासी धारचूला को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक ममता बोरा के अनुसार देवेंद्र सिंह घटना के वक्त रात के समय चकरपुर के जंगल में सड़क किनारे गाड़ी खड़ी करके शीशे पर पड़ी धूल को साफ कर रहा था। इसी बीच विपरीत दिशा से आ रही महिंद्रा क्वांटो गाड़ी ने उसे सीधी टक्कर मार दी। जिसके बाद चालक ने वहां से चालक ने वाहन भगा दिया। इस हिट एंड रन मामले में क्वांटो चालक मदन बोरा निवासी धारचूला को मय वाहन गिरफ्तार कर लिया गया है।
इस तरह हुआ पूरे वारदात का अनावरण —
घटना के अनावरण के लिये विभिन्न पुलिस टीमों का गठन किया गया था। इस दौरान पुलिस को ज्ञात हुआ कि उक्त व्यक्ति दिनांक 05 मार्च को अपनी इनोवा गाड़ी UKO1TA 1423 में अल्मोडा से 03 दिन की बुकिंग में बनबसा आया था तथा इसी दिन शाम करीब 07.15 बजे इसके द्वारा खटीमा टोल पार किया गया व रात्रि विश्राम बनबसा में किया गया। अगले रोज 06 मार्च की सुबह देवेन्द्र सिंह अपनी इनोवा गाड़ी में काम कराने के मकसद से हल्द्वानी गया।
इसके द्वारा 06 मार्च को प्रातः 06.47 बजे पुनः खटीमा टोल पार किया गया तथा इसी दिन वापसी पर शाम 07:55 बजे इसके द्वारा खटीमा टोल पार किया परन्तु अपने गन्तव्य बनबसा नहीं पहुच पाया। 07 मार्च को देवेन्द्र सिंह का शव सानिया नाले के पास एनएच-124 के किनारे मिला। चूंकि मृतक की स्थानीय स्तर पर किसी प्रकार की दुश्मनी व अन्य विवाद प्रकाश में नहीं आया।
पुलिस द्वारा घटनास्थल के आस—पास बारिकी से जांच की गई। तब पुलिस को एक दाहिना साईड रियर व्यू मिरर मिला, जिसका घटनास्थल पर होना संदेह प्रकट कर रहा था। जिसकी जांच की गयी तो उक्त कन्सोल महेन्द्रा क्यान्टो गाड़ी का होना ज्ञात हुआ। पुलिस टीमों द्वारा हल्द्वानी से लेकर बनबसा तक के करीब 100 सीसीटीवी कैमरों की गहनता से जांच की गयी।
सीसीटीवी के अवलोकन से मृतक का 06 मार्च को हल्द्वानी से चकरपुर तक अकेले ही अपनी गाड़ी में आना स्पष्ट हुआ। मृतक के वाहन ने 06 मार्च को चकरपुर चौकी पार किया। इसी दौरान एक संदिग्ध महेन्द्रा क्यान्टो गाड़ी का अत्यधिक तीव्र गति में बनबसा की ओर से आकर चकरपुर चौकी पार करना दिखाई दिया। जांच के दौरान उक्त महिन्द्रा क्यान्टो गाड़ी के सम्बन्ध में अन्य सीसीटीवी कैमरों की जांच की गयी तो इसकी दाहिनी हेड लाईट व दाहिने साईड का रियर व्यू मिरर टूटा हुआ पाया गया। जिसके बाद उक्त वाहन का नबर DL82 AC 0251 दिखायी दिया। इस वाहन ने खटीमा टोल समय 2048 बजे रूद्रपुर की ओर पार किया जिस पर फास्ट टैग लगा था।
फास्ट टैग आईडी आई०डी०बी०आई० बैंक से सम्बन्धित थी। उक्त बैंक से विवरण प्राप्त होने पर ज्ञात हुआ कि फास्ट टैग भीम सिह त्यागी पुत्र जयपाल सिंह निवासी डिडोली थाना मुरादनगर, जिला गाजियाबाद के नाम पर है जिसका फोन नंबर भी प्राप्त हुआ। फोन नंबर की जांच में उक्त व्यक्ति का घटनास्थल पर होना तस्दीक हुआ। जो कि 06 मार्च को पिथौरागढ़ की तरफ से आ रहा था। यह एक महत्वपूर्ण सुराग था जिसकी तस्दीक हेतु गहनता से जांच करते हुये भीम सिंह के उक्त पते पर जाकर पूछताछ की गयी तो ज्ञात हुआ कि भीम सिंह त्यागी अपनी उक्त क्वान्टो वाहन से परिवार सहित बलुवाकोट जनपद पिथौरागढ़ से अपनी ससुराल से अपने घर डिडौली जनपद गाजियाबाद आ रहा था। वाहन को उसका रिश्तेदार मदन सिह बोरा पुत्र स्व० देव सिंह निवासी पईयापोडी, थाना बलवाकोट, तह धारचूला जिला पिथौरागढ उम्र 36 वर्ष चला रहा था।
चकरपुर के जंगल में गाड़ी के शीशे में धूल जमा हुई जिसे हटाने के लिये चालक ने पानी की बोतल से चलते वाहन में बाहर निकलकर शीशे में पानी डाला, जिस कारण वाहन से उसका कन्ट्रोल हट गया। इसी दौरान दुर्भाग्यवश देवेन्द्र सिंह जो कि हल्द्वानी से वापस बनबसा आ रहा था भी चकरपुर जंगल में वाहन को सड़क किनारे खड़ा कर उतरा ही था कि क्वान्टो वाहन ने उसे टक्कर मार दी। चूंकि टक्कर सीधे व्यक्ति को लगी। जिस कारण वह छिटककर काफी दूर गिर गया। उक्त क्वान्टो वाहन चालक द्वारा अपने वाहन को वहां पर न रोकते हुए मौके से भाग गया।
मौके से भागकर क्वान्टो वाहन को वह सीधे रामपुर अपनी रिश्तेदारी में से गया, जहां इसके द्वारा उक्त वाहन को रिपेयर करवाया। पुलिस द्वारा जिस गैरेज में भीम सिंह त्यागी द्वारा अपना वाहन रिपेयर किया गया से भी पूछताछ कर तथ्यों की पुष्टि की गयी। इस प्रकार जो घटना प्रथम दृष्टया हत्या की प्रतीत हो रही थी वह सड़क दुर्घटना का होना स्पष्ट हुआ जिसमें घटनास्थल से मिला क्यान्टो वाहन का रियर व्यू मिरर एक महत्वूपर्ण सुराग साबित हुआ। इस सम्बन्ध में थाना खटीमा पर पंजीकृत मुकदमा धारा 302 भादवि तरमीम धारा 279/304ए भादवि पंजीकृत किया गया।
यह है अनावरण करने वाली टीम —
प्रभारी निरक्षक नरेश चौहान, दिनेश सिंह फर्याल, थानाध्यक्ष अनकईया खटीमा, देवेन्द्र गौरव मनि० कोतवाली खटीमा, कमलेश भट्ट, प्रभारी एस०ओ०जी० रूदपुर,ललित मोहन रावल, उद्यसित फोतवाली खटीमा, धीरज वर्मा, उ0नि0 कोतवाली खटीमा, संदीप पिलख्वाल, प्रभारी चौकी चकरपुर, पंकज महर उ०नि० कोतवाली खटीमा, कैलाश सिह देव उ०नि० कोतवाली खटीमा, होशियार सिंह, उ०नि० कोतवाली खटीमा, नासिर हुसैन, कोतवाली खटीमा, कानि शान्ता लाल हरीश जोशी, नवीन रजवार, चन्दर सिंह, मोत्र मोहसिन, खीम गिरी, हरेन्द्र थापा, शहनवाज, प्रेम प्रकाश, पंकज बिनवाल, एसओजी, भूपेन्द्र आर्य, एसओजी रुद्रपुर, प्रभात चौधरी, गणेश पांडे, ललित कुमार, प्रमोद कुमार