सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
जिले में बैसाखी यानी बिखौती का पर्व श्रद्धापूर्वक मनाया गया। मंदिरों में श्रद्धालुओं का सुबह से ही कतार लगी रही। लोगों ने पकवान बनाकर अपने आराध्य को अर्पित किए। जौ अनाज की बाली को शरीर से स्पर्श किया और वर्षभर निरोगी रहने की भगवान से प्रार्थना की।
गुरुवार सुबह श्रद्धालुओं ने पवित्र सरयू में हर-हर महादेव के घोष के साथ स्नान किया। लोगों ने जौ की बाली से शरीर को स्पर्श कर उसे नदियों में प्रवाहित किया। सूर्यदेव को अर्घ्य देने के बाद उन्होंने भगवान बागनाथ के पौराणिक मंदिर में जलार्पण किया। काल भैरवनाथ और बाणेश्वर भगवान के मंदिर समेत अन्य मंदिरों में पूजा के बाद तीर्थ पुरोहितों से बागनाथ मंदिर में रुद्री पाठ कराया। उधर सनगाड़ स्थित श्री 1008 नौलिंग देव, कांडा पड़ाव स्थित कालिका माता के मंदिर और कपकोट स्थित श्री श्री 1008 काशिल देव मंदिर में विशेष पूजा अर्चना की गई। वहां हनुमान की मूर्ति पर चमेली के तेल के साथ पीले सिंदूर का लेप किया गया।