अल्मोड़ा। सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेताओं ने अपनी लंबित मांगों को लेकर सरकार पर हठधर्मिता का आरोप लगाते हुए कल से हड़ताल का ऐलान कर दिया है। कल 10 मई रविवार से अब खाद्यान्न का उठान व वितरण दोनों बंद कर दिया जायेगा।
संघ जिला इकाई की बैठक में वक्ताओं ने इस बात पर रोष व्यक्य किया कि बार—बार शासन को अपनी मांगों के लेकर आवेदन दिये गये, लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नही रेंगी। उन्होंने कहा कि सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेताओं ने कोरोना महामारी के काल में अपने कार्य पूरी ईमानदारी और सुचारू ढंग से किया। इसके बावजूद शासन के नए—नए आदेशों से परेशान होकर गल्ला विक्रेताओं को मजबूर होकर यह कदम उठाना पड़ रहा है। उन्होंने साफ किया कि यदि सरकार उन्हें नेट का चार्ज देती है तभी वह आनलाइन राशन वितरण कम्प्यूटर के माध्यम से कर पायेंगे। उन्होंने इस बात पर भी कड़ा रोष व्यक्त किया कि कुछ खाद्यान्न गोदाम प्रभारी विक्रेताओं पर अनुचित दबाव डालकर कम्प्यूटर से कार्य करने को कह कर विक्रेताओं का उत्पीड़न कर रहे हैं। जिसे किसी कीमत पर भी बर्दाश्त नही किया जायेगा। संघ के पदाधिकारियों ने सभी ब्लॉकों के सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेताओं से आग्रह किया कि वह कल 10 मई से खाद्यान्न का उठान व वितरण न करें। इधर संघ के कोषाध्यक्ष अभय साह ने कहा कि सस्ता गल्ला विक्रताओं को इस बात का बहुत खेद है कि उपभोक्ताओं को अब असुविधा का समना करना पड़ेगा, लेकिन जिस तरह से लगतार गल्ला विक्रेताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है, उनके साथ जोर—जबरदस्ती से अनुचित दबाव कायम किया जा रहा है। उससे गल्ला विक्रेता बहुत आहत हैं और उनके पास हड़ताल पर जाने के सिवाए कोई चारा नही बचा है।
उन्होंने शासन से मांग करी कि अभी भी वक्त है कि वह गल्ला विक्रेताओं को नेट व्यय दे और उनकी जायज मांगों को मांगे। बैठक में जिलाध्यक्ष मनोज वर्मा, दिनेश गोयल, अभय साह, केसर सिंह, नारायण सिंह बिष्ट आदि मौजूद थे।