उत्तराखंड के उप नेता प्रतिपक्ष और रानीखेत के विधायक करन माहरा गत दिवस एक ओर देहरादून के मैक्स अस्पताला से डिस्चार्ज हुए वहीं दूसरी ओर रानीखेत में कांग्रेस जिलाध्यक्ष के पैड पर बकायदा हस्ताक्षर युक्त ख़बर प्रसारित हुई कि उनके स्वास्थ्य में गिरावट दर्ज की गई है। इस संबंध में सोशल मीडिया में जो कुछ भी जारी हुआ उसके लिए गलत सूचनाओं का प्रसार कारण रहा। इस संबंध में आज सीएनई न्यूज ने जब करन माहरा से बात की तो उन्होंने बताया कि वह अस्पताल से गत दिवस डिसचार्ज हो गये हैं। उन्होंने बताया कि रानीखेत में जिनके पैड पर यह सूचना प्रसारित हुई थी उनसे उनकी बात हुई, लेकिन उनका कहना है कि यह सूचना उन्होंने जारी नही की। बावजूद इसके बड़ी बात यह है कि आंखिर कांग्रेस का पैड व हस्ताक्षर कैसे गलत हो सकता है। यदि यह पैड हर किसी को दिया जा रहा है अथवा किसी ने फर्जी पैड छपाए हैं तो कांग्रेस को उसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
अएतव सीएनई अपने पाठकों को बता देना चाहता है कि करन माहरा के खराब स्वास्थ्य की अफवाह किसी वायरल मैसेज के वजह से नही उड़ी, बल्कि इसके लिए रानीखेत कांग्रेस का वह सूचना तंत्र जिम्मेदार है, जहां बिना जांच—पड़ताल के कोई बड़ी ख़बर अचानक मीडिया को जारी कर दी जाती है। यहां हम गत रात्रि दो बार कांग्रेस जिलाध्यक्ष रानीखेत की ओर से अपने पैड पर जारी सूचना को दे रहे हैं। इसके अलावा सीएनई के पास विधायक करन माहरा को लेकर जारी बयान के अन्य प्रमाण भी हैं। यदि यह पैड फर्जी है तो कांग्रेस को इसकी जांच करनी चाहिए —
ख़बर की तहकीकात — किसी वायरल मैसेज ने नही कांग्रेसी नेताओं ने फैलाई अफवाह, कांग्रेस के पैड में जारी हुई थी सूचना, बकायदा फोन कर माहरा के खराब स्वास्थ्य की दी थी जानकारी —
उत्तराखंड के उप नेता प्रतिपक्ष और रानीखेत के विधायक करन माहरा गत दिवस एक ओर देहरादून के मैक्स अस्पताला से डिस्चार्ज हुए वहीं दूसरी ओर…