विडंबना : सुविधाओं के अभाव में कंक्रीट की बिल्डिंग मात्र मेडिकल कॉलेज

✒️ जनता को यथोचित स्वास्थ्य सुविधायें ना मिलने पर चढ़ा पूर्व दर्जा मंत्री का पारा ✒️ मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज दी भूख हड़ताल की चेतावनी…

अल्मोड़ा मेडिकल कॉलेज

✒️ जनता को यथोचित स्वास्थ्य सुविधायें ना मिलने पर चढ़ा पूर्व दर्जा मंत्री का पारा

✒️ मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज दी भूख हड़ताल की चेतावनी

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा। पर्याप्त सुविधाओं के अभाव में करोड़ों की लागत से बना मेडिकल कालेज कंक्रीट की बिल्डिंग मात्र रह गया है। उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं पूर्व दर्जामंत्री बिट्टू कर्नाटक ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया है। साथ ही, एक माह के भीतर मेडिकल कालेज में समस्त व्यवस्थायें सुनिश्चित कर कार्य प्रारम्भ नहीं होने पर 15 मार्च, 2023 से मेडिकल कालेज में प्राचार्य के कक्ष के सामने भूख हड़ताल करने की चेतावनी दी है।

उल्लेखनीय है कि पूर्व दर्जामंत्री बिट्टू कर्नाटक ने आज उप जिलाधिकारी अल्मोडा के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजा। जिसमें उन्होंने कहा कि आम जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध कराये जाने हेतु अल्मोडा में मेडिकल कालेज स्वीकृत किया गया था। किंतु मेडिकल कालेज में आज तक व्यवस्थायें दुरूस्त नहीं की गयी हैं। फलस्वरूप जनता को उपचार हेतु मैदानी क्षेत्र के चिकित्सालयों में जाना पड़ता है। जिस कारण उन्हें अनावश्यक समय एवं धन व्यय करना पड़ता है।

उन्होंने बताया कि अल्मोड़ा में पर्याप्त चिकित्सा सुविधा न होने के कारण गम्भीर बीमार व्यक्ति को मैदानी क्षेत्र के चिकित्सालयों में ले जाना पड़ता है। कई बार गम्भीर रोगियों को समय पर उपचार न मिलने के कारण रास्ते में उनकी मृत्यु हो गयी है। कर्नाटक ने कहा कि लगभग तीन सौ पचास करोड़ से अधिक की लागत से बना अल्मोड़ा मेडिकल कालेज केवल एक कंक्रीट की बिल्डिंग के रूप में खड़ा है। दो वर्ष पूर्व इसका संचालन प्रारम्भ कर दिया गया था। जिसमें आज तक अनेक व्यवस्थायें सुनिश्चित नहीं हो पायी हैं। जिनमें आपरेशन थियेटर, आईसीयू, एन.आई.सी.यू., एम.आर.आई. मशीन का संचालन, ईको जांच की सुविधा का न होना, आक्सीजन प्लांट का लाभ नहीं मिल ना, चिकित्सा के पर्याप्त उपकरण का न होना, विशेषज्ञ चिकित्सकों का अभाव आदि शामिल हैं।

इन सुविधाओं के अभाव में मेडिकल कालेज द्वारा गम्भीर रूप से बीमार व्यक्तियों को हल्द्वानी अथवा अन्य हायर सेंटर हेतु रेफर कर दिया जा रहा है। जिससे यहां की आम जनता बेहद आहत है। जबकि मेडिकल कालेज बनाने का मुख्य उद्देश्य था कि पर्वतीय जनपदों विशेषकर अल्मोड़ा, बागेश्वर, पिथौरागढ़ आदि के दूरस्थ क्षेत्रों के मरीजों को भी यहां स्वास्थ्य सुविधायें प्राप्त हो सके। कर्नाटक ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि उपरोक्त अव्यस्थाओं को तत्काल दूर कर मेडिकल कालेज को सुचारू रूप से संचालित करवायें ताकि कमजोर, निर्धन, असहाय, गम्भीर रूप से बीमार व्यक्तियों को मैदानी क्षेत्रों को न जाना पड़े।

उन्होंने चेतावनी देते हुये कहा कि यदि एक माह के भीतर मेडिकल कालेज में समस्त व्यवस्थायें सुनिश्चित कर कार्य प्रारम्भ नहीं होता है तो आम जनमानस के हित में उन्हें 15 मार्च 2023 से मेडिकल कालेज में प्राचार्य के कक्ष के सामने भूख हड़ताल करने के लिये बाध्य होना पडेगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी सरकार एवं मेडिकल कालेज प्रशासन की होगी। इस मांग पत्र की सूचना उनके द्वारा प्राचार्य मेडिकल कालेज अल्मोडा़, मुख्य चिकित्साधिकारी तथा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अल्मोडा़ को भी दी गयी है। ज्ञापन देने वालों में कर्नाटक के साथ एनसी जोशी, देवेन्द्र कर्नाटक, एचसी जोशी, भूपेंद्र सिंह भोज, गौरव सिंह जीना, अरूण कोहली, नीरज सिंह बिष्ट, हिमांशु कनवाल (मोहन दा), रोहित शैली, पूर्व कांग्रेस जिला प्रवक्ता राजीव कर्नाटक, प्रकाश सिंह मेहता सहित दर्जनों आमजन शामिल रहे।

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