मौसम के रंगः मई माह में ठंड, सर्द हवाएं, गर्म कपड़ों के सहारे लोग

बारिश व ओलावृष्टि से पारा धराशायी अल्मोड़ा नगर में बढ़ा पेयजल संकट सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ाः नगर समेत जिलेभर में मौसम ने घनघोर रुख अख्तियार किया…

मई माह में ठंड, सर्द हवाएं, गर्म कपड़ों के सहारे लोग

बारिश व ओलावृष्टि से पारा धराशायी

अल्मोड़ा नगर में बढ़ा पेयजल संकट

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ाः नगर समेत जिलेभर में मौसम ने घनघोर रुख अख्तियार किया है। रविवार से चला बारिश का सिलसिला सोमवार को भी जारी है। बारिश व कई जगह ओलावृष्टि से गर्मी के इस मौसम में दिसंबर जैसी ठंड लौट आई है। लोग गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे हैं। बारिश, सर्द हवाएं और ठंड से सामान्य जनजीवन प्रभावित चल रहा है। भारी बारिश अल्मोड़ा नगर की पेयजलापूर्ति पर बड़ी बाधा बन गई। नगर में पेयजलापूर्ति नहीं हो पा रही है।

पिछले कुछ दिनों से मौसम का मिजाज बदला-बदला चल रहा था। कभी धूप, कभी छांव का सिलसिला चल रहा था। इस बीच जिले के कई हिस्सों में ओलावृष्टि व बारिश हो चुकी है और इसी क्रम के चलते गत रविवार को पूरे जिले में बादलों की तेज गड़गड़ाहट के साथ बारिश का सिलसिला चला, जो रुक-रुक कर रात भी जारी रहा और सोमवार को भी बारिश हो रही है। ओलावृष्टि व बारिश ने पारा गिरा दिया है। यहां अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस आंका गया है। मौसम के इस अजूबे रुख से लोग हैरत में हैं। जहां मई माह में धरती सूरज की तपिश से तपते आई है, वहीं इस दफा मई माह में लोग गर्म कपड़ों का सहारा ले रहे हैं। सर्द हवाओं के साथ काफी ठंड पड़ रही है।
बारिश से पेयजलापूर्ति ठप

अल्मोड़ा नगर की पेयजलापूर्ति गत दिवस से ठप हो गई है। कोसी नदी के उद्गम क्षेत्रों में भारी बारिश से कोसी नदी का बहाव बढ़ा और उसमें काफी मात्रा में मलबा बहकर आया। इससे कोसी नदी में लगे पंपों में गाद भर गई। जिससे पंपों ने काम करना बंद कर दिया। जिससे नगर की पेयजलापूर्ति ठप हो गई। लोग पेयजल समस्या से जूझ रहे हैं, हालांकि जल संस्थान का कहना है कि व्यवस्था को तंदरुस्त किया जा रहा है और जल्द की पेयजलापूर्ति कर दी जाएगी। सोमवार को कड़ी मशक्कत के बाद कुछ मोहल्लों में अपर्याप्त पेयजलापूर्ति हुई। उधर बारिश व ओलावृष्टि से किसानों में मायूसी छाई है। कई जगह ओलावृष्टि ने फल-फूलों, उद्यानों व सब्जियों को भारी क्षति पहुंचाई है। जिससे किसानों की मेहनत पर पानी फिरा है।

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