सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
मुख्य वन संरक्षक कुमाऊं डा. तेजस्विनी अरविंद पाटिल ने अल्मोड़ा पहुंचकर कोसी पुनर्जनन योजना अंतर्गत अल्मोड़ा वन प्रभाग के शीतलाखेत क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया और कई दिशा निर्देश देते हुए शीतलाखेत क्षेत्र को ईको टूरिज्म से जोड़ने के लिए कार्ययोजना तैयार कर जल्द प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
मुख्य वन संरक्षक ने क्षेत्र में योजना के तहत हुए पौधारोपण, चाल—खाल, ट्रैंच, पिरुल चेकडैम, ड्राई चेकडैम आदि कार्यों का बारीकी से जायजा लिया। उन्होंने क्षेत्र में चौड़ी पत्ती प्रजाति के पौधों की सिंगलिंग व प्रोनिंग तथा तुषार व बमौर फलदार पौधों के रोपण को प्रोत्साहित करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण की दृष्टि से ऐसा किया जाना जरूरी है। उन्होंने शीतलाखेत क्षेत्र को ईको टूरिज्म से जोड़ने के लिए कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। इस कार्ययोजना में पुराने ट्रैक रूटों, वर्ड वाचिंग, शीतलाखेत व स्याहीदेवी, मटीना का जीर्णोद्धार, शीतलाखेत वन विश्राम गृह की मरम्मत आदि कार्यों को शामिल करने के लिए कहा। कार्य योजना को शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे जिले में ईको टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
निरीक्षण के दौरान उनके साथ उत्तरी कुमाऊं के वन संरक्षक प्रवीण कुमार, अल्मोड़ा वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी अल्मोड़ महातिम यादव, सिविल सोयम वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी रमेश चंद्र कांडपाल, उप प्रभागीय वनाधिकारी भूपाल सिंह बिष्ट व अन्य कर्मचारी शामिल रहे।
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