चमोली | उत्तराखंड मौसम विभाग की पूर्व चेतावनी एक बार फिर से सटीक साबित हुई है। राज्य के कई जिलों में मौसम एकाएक बदला और तेज हवाएं, बारिश और ओलावृष्टि हो रही है। वहीं, चमोली के थराली में कई गांव में तेज आंधी तूफान के साथ मूसलाधार बारिश बारिश ने तबाही मचा दी। बारिश से नदी नाले उफान पर आ गए। वहीं, भारी मात्रा में आए मलबे में कई गाड़ियां दब गईं।
तीन घंटे की बारिश से गधेरे और नालों में उफान आ गया। बारिश के बाद मलबा आने से थराली देवाल मुख्य मोटर मार्ग सहित छह सड़के बाधित हो गई। तीन घंटे बाद जेसीबी मंगवाकर मलबा हटाया गया। स्थानीय प्रशासन उपजिलाधिकारी के नेतृत्व में मौके पर मौजूद हैं और मलबे में दबे वाहनों को निकालने का प्रयास किया जा रहा है। वहीं इस रूट पर भारी मलबा पत्थरों के आने से यातयात भी पूरी तरह ठप्प हो गया है।
कर्णप्रयाग समेत आस पास के इलाकों में दोपहर बाद मौसम बदला तो अंधेरा छा गया। इसके बाद लगातार बिजली चमकने से लोग दहशत में आ गए। इसी बीच बारिश के साथ भयंकर ओलावृष्टि भी हुई। जिससे गेहूं सरसों, मसूर व बागवानी और फल पौधों को भारी नुकसान पहुंचा है।
किसानों ने बताया कि ओलावृष्टि से फसलों और फल पौधों को भारी नुकसान पहुंचा है। उन्होंने प्रशासन से मुआवजा देने की मांग की है। वहीं तहसीलदार अक्षय पंकज ने बताया कि फसलों को हुए नुकसान का सर्वेक्षण किया जाएगा और रिपोर्ट के बाद सहायता की जाएगी। भारी बारिश से मुख्य बाजार थराली में दुकानों के अंदर पानी और मालबा घुसने से सामान भी बर्बाद हो गया।
उधर बेरीनाग नगर सहित विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में एक घंटे तक लगातार बारिश और भारी ओलावृष्टि हुई। उडियारी, कांडे किरौली, चौकोडी, देवीनगर क्षेत्र में भारी ओलावृष्टि से फसलें और साग सब्जी पूरी तरह से बर्बाद हो गई जिससे काश्तकार परेशान हो गये हैं। काश्तकारों ने मुआवजा देने की मांग की है।
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