सीएनई रिपोर्टर
कुछ लोग पैसों से ज्यादा महत्व किसी चीज़ को भी नही देते। ऐसे लोगों के लिए ईमान बेचना तो कोई बड़ी बात नही, लेकिन एक दंपत्ति ने तो हद ही कर ली। दलाल से मिलने वाले रूपयों के लालच में पति अपनी पत्नी का नकली भाई बन गया और उसने अपनी पत्नी की शादी एक युवक से करा दी। भेद तब खुला जब वह दो दिन बाद अपनी पत्नी को वापस लेने पहुंच गया। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने अब इस ठग पति—पत्नी व दलाल तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल, यह मामला राजस्थान के कोटा जिले का है, जो काफी चर्चा का विषय बना हुआ है।
कोटा के कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र में रवि काली नाम का एक युवक काफी समय से शादी के लिए लड़की ढूंढ रहा था। उम्र बढ़ने के साथ ही उसकी शादी नही हो पा रही थी। तभी किसी रिश्तेदार ने उसे एक देवराज नामक बिचौलिये के बारे में बताया जो खुद को marriage consultant बताता था। जिसके बाद रवि देवराज से मिला और अपनी समस्या बताई। उसने रवि को कहा कि वह उसकी शादी एक होनहार व सुशील कन्या से करवा देगा, जो उसके घर—आंगन को खुशियों से भर देगी। साथ ही उसने शर्त रखी कि शादी कराने का खर्चा भी आयेगा। जिस पर रवि उसे शादी हो जाने पर रूपया देने को राजी हो गया।
इस कथित marriage consultant ने फिर एक कहानी गढ़ी। उसने रवि को बताया कि उसके सगे-संबंधी इंदौर में रहते हैं, जहां वो उसका रिश्ता करवायेगा। इसके बाद देवराज ने इंदौर में रवि की शादी कोमल नाम की लड़की से कोर्ट में करवा दी। इसकी एवज में उससे 1 लाख 80 हजार रुपये ले लिए। शादी के बाद तो जैसे रवि फूले नही समा रहा था। उसे लगने लगा कि उसकी जिंदगी अब खुशियों से भर गई है। वह अपनी नई नवेली दुल्हन को लेकर घर आ गया। सुहागरात के दूसर दिन रवि की पत्नी कोमल कहा कि वह अपने भाई सोनू से मिलना चाहती है। इस पर उसने कोमल के कथित भाई सोनू को बुला लिया।
रवि सोच रहा था कि नई शादी के बाद उसकी पत्नी कोमल को अपने भाई की बहुत याद आ रही है और उससे मिलकर उसका दिल कुछ हलका हो जायेगा, लेकिन सोनू ने आते ही जो बात बताई उसको सुनते ही रवि के पांवों तले जमीन ही खिसक गई। उसने बताया कोमल उसकी पत्नी है और उनके बच्चे भी हैं। अब वह अपनी पत्नी को वापस लेकर जायेगा।
इस घटना के बाद रवि ने तत्काल कोतवाली में तहरीर दे दी। पुलिस ने जिसके बाद उसकी कथित पत्नी कोमल, उसके कथित भाई पर असल में पति सोनू और शादी करवाने वाले दलाल देवराज के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस को पूछताछ में पता चला कि दलाल ने जो 1 लाख 80 हजार रूपये ठगे थे उनमें से कुछ रकम उसने इस दंपत्ति को देने की बात कही। जिसके बाद यह पति—पत्नी राजी हो गये और पति ने पत्नी का भाई बनकर अपनी पत्नी की शादी अंजान युवक से करा दी, लेकिन दो दिन बाद ही उसे अपनी पत्नी की याद सताने लगी और वह उसे वापस लेने पहुंच गया।
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