उत्तराखंड को श्रेष्ठ राज्य बनाने की परिकल्पना के लक्ष्यों पर मंथन

👉 लक्ष्य प्राप्ति के लिए विस्तृत ठोस कार्ययोजना की जरूरतः विधायक👉 विकास भवन अल्मोड़ा में एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ाः सरकार ने…

उत्तराखंड को श्रेष्ठ राज्य बनाने की परिकल्पना के लक्ष्यों पर मंथन

👉 लक्ष्य प्राप्ति के लिए विस्तृत ठोस कार्ययोजना की जरूरतः विधायक
👉 विकास भवन अल्मोड़ा में एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ाः सरकार ने आगामी 5 वर्षों में राज्य के सकल घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) को दोगुना करने का लक्ष्य रखा है। इसके अलावा उत्तराखण्ड को वर्ष 2025 तक श्रेष्ठ राज्य बनाने की परिकल्पना की है। इसी लक्ष्य पर जिला स्तर के हित कारकों एव संबंधित विभागों के अधिकारिंयो के साथ विचार मंथन करने के लिए आज विकास भवन में विधायक मनोज तिवारी की अध्यक्षता में डिस्ट्रिक्ट एज फल्क्रम ऑफ डेवलपमेंट (विकास की धुरी के रूप में जिला) विषयक एक दिनी जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित हुई।

कार्यशाला का शुभारंभ विधायक मनोज तिवारी, सीडीओ अंशुल सिंह, नियोजन विभाग के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा. मनोज पन्त, अर्थ एवं संख्या, कुमाऊॅ मण्डल, नैनीताल के संयुक्त निदेशक ने संयुक्त रूप से दीप प्रवज्वलित कर किया। इस मौके पर विधायक मनोज तिवारी ने 30 सूत्रीय/विजन-2030 के लिए सतत् विकास एवं सशक्त उत्तराखण्ड के प्राप्त करने के लक्ष्यों के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना बनाने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि विभाग आपसी समन्वय स्थापित करते हुए अधिकाधिक स्वरोजगार उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। साथ ही स्वयं सहायता समूहों पर भी विशेष गौर करते हुए उन्हें रोजगार सृजन के लिए अधिकाधिक सुविधाएं प्रदान की जाएं।

मुख्य विकास अधिकारी अंशुल सिंह ने कार्यशाला का उद्देश्य एवं सरकार की विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन के बारे में बताया। अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. मनोज कुमार पन्त ने कहा कि ‘जिला विकास की धुरी है’ की थीम पर कार्य किया जाना है। उन्होंने कहा कि सतत् विकास लक्ष्यों की अधिप्राप्ति के लिए आजीविका, मानव विकास, पर्यावरण व सामाजिक विकास के क्षेत्रों में हो रहे कार्यों की सूचनायें ससमय शासन स्तर तक पहुंचाने के लिए बेहतर डेटा सिस्टम विकसित करने की जरूरत है। इस दौरान जनपद में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले ग्राम प्रधानों एवं अन्य लोगों ने अपने अपने अनुभव भी साझा किए।

कार्यशाला में जिला योजना एवं जनपद स्तर पर समस्त संसाधनों का वित्तीय एवं तकनीकी का मैपिंग करते हुए जिला स्तरीय रिर्साेस विकसित करते हुए, सतत् विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने तथा जिला योजना तैयार करने सम्बन्धी अभिमुखीकरण, जिला योजना निर्माण प्रक्रिया के बारे में बताया गया। कार्यशाला का संचालन अपर सांख्यिकीय अधिकारी उदित वर्मा ने किया। इस दौरान विभिन्न ब्लॉकों के ब्लॉक प्रमुख, जिला पंचायत सदस्य, जनप्रतिनिधि, विषय विशेषज्ञ शैलेंद्र सिंह, अर्थ एवं संख्याधिकारी राजेश कुमार, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी रेनू भंडारी समेत अन्य अधिकारी/कर्मचारी उपस्थित रहे।

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