सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
एनआरएचएम उत्तराखंड के पूर्व उपाध्यक्ष बिट्टू कर्नाटक ने केंद्र पोषित योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत तैनात किए गए आशा वर्कर्स/आशा फैसिलेटरों को नियमित मानदेय दिया जाए और स्थायी नियुक्ति के आदेश निर्गत करने की पुरजोर मांग मुख्यमंत्री से की है।
श्री कर्नाटक ने आज जिलाधिकारी के माध्यम से एक ज्ञापन मुख्यमंत्री को प्रेषित कर यह मांग उठाई है। उन्होंने कहा है कि उत्तराखण्ड राज्य में आशा वर्कर्स तथा आशा फैसिलेटरों को अपने कार्यक्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा सम्बन्धी समस्त कार्यों व दायित्वों का निर्वहन करना होता है। उनके द्वारा महिलाओं, बुजुर्गों व बच्चों की विशेष देखदेख में अहम भूमिका निभाई जा रही है। मगर सुविधा के नाम पर उन्हें उचित मानदेय तक नहीं मिल पा रहा है। इसी कारण उन्हें आज आंदोलित होना पड़ा है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि इन कर्मचारियों को सन्तोषजनक/नियमित मानदेय दिया जाए तथा 30 दिन की ड्यूटी व इनके महत्वपूर्ण योगदान को देखते हुए इन्हें स्थाई नियुक्ति दी जाए। जब तक स्थाई नियुक्ति नहीं मिलती, तब तक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत संविदा कर्मचारी घोषित किया जाय।