हल्द्वानी। उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय उपाध्यक्ष भुवन चंद जोशी ने भाजपा नेताओं के अनर्गल बयानबाजी पर रोष व्यक्त करतें हुए उन्होंने कहा कि राजनेताओं को ऐसी भाषा बिल्कुल भी शोभा नहीं देती है। कोई कह देता है कि उत्तराखंड में ब्राह्मण शराब पिए बिना पूजा नहीं करते हैं। उत्तराखंड के एक करोड़ लोगों का हित छोड़कर संसद में बंगालियों को आरक्षण की मांग उठाते हैं जबकि प्रदेश के लोग बेरोजगारी के कारण पलायन को मजबूर हैं। तो कोई नेता प्रतिपक्ष जैसे संवैधानिक पद पर बैठी महिला के प्रति असम्मान व्यक्त करते हुए अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में यह विचारणीय हो जाता है कि आम महिलाओं के प्रति इनकी मानसिकता कैसी होगी? सैद्धांतिक और वैचारिक मतभेद हमारे भी हैं। लेकिन महिला के प्रति अशोभनीय भाषा कतई बर्दाश्त नहीं होगी।
यह इनकी घटिया मानसिकता को दर्शाता है। मुख्यमंत्री जैसे संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति के हालिया बयानों ने प्रदेश की जनता को बेहद मायूस किया है। प्रदेश की जनता यह सोचने पर मजबूर है कि ऐसी मानसिकता के लोग कभी उत्तराखंड का कल्याण कर ही नहीं सकते हैं। भाजपा शीर्ष नेतृत्व का इन बातों का संज्ञान में न लेना, भाजपा शीर्ष नेतृत्व पर भी प्रश्नचिन्ह लगाता है। भाजपा शीर्ष नेतृत्व अगर प्रदेश की जनता के प्रति जरा भी गंभीर होता तो ऐसे लोगों को नेतृत्व ही नहीं दिया जाता, जिनकी सोच इतनी घटिया हो। मुझे उन कार्यकर्ताओं की दयनीय स्थिति से बड़ी सहानुभूति है जो ऐसे वक्तव्य देने वाले नेताओं के समर्थन में मजबूरी में नारे लगाते हुए कहते हैं कि नेताजी तुम संर्घष करो हम तुम्हारे साथ है।
साथ ही भाजपा के उत्तराखंड के अध्यक्ष द्वारा सरकारी हेलीकॉप्टर का उपयोग और गार्ड ऑफ ऑनर लेने पर भी सख्त ऐतराज जताया और कहां यहां बीमार व्यक्तियों को धक्के खाकर अस्पताल पहुंचना पड़ता है और यह सरकारी पैसे का दुरुपयोग कर रहे हैं। भाजपा से सरकारी हेलीकॉप्टर का किराया और जुर्माना वसूला जाए जिससे भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।