Bageshwar Special: मनमोहक झांकियों के साथ पौराणिक व ऐतिहासिक उत्तरायणी मेले का आगाज

5100 दीयों से भव्य गंगा आरती व दीपदान कार्यक्रम का विहंगम नजारा दिखा दो साल बाद बागनाथ में चकाचौंध, लेजर शो भी खास आकर्षण उत्तराखंड…

5100 दीयों से भव्य गंगा आरती व दीपदान कार्यक्रम का विहंगम नजारा दिखा

दो साल बाद बागनाथ में चकाचौंध, लेजर शो भी खास आकर्षण

उत्तराखंड को बनाएंगे देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य: मुख्यमंत्री

सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर: मनमोहक सांस्कृतिक झांकियों की भव्य प्रस्तुति के साथ शनिवार को बागनाथ में पौराणिक, धार्मिक एवं ऐतिहासिक उत्तरायणी मेले का आगाज हो गया है। मेले के शुभारंभ समारोह में वर्चुअल तरीके से प्रतिभाग कर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मकर संक्रांति पर्व का आध्यात्मिक एवं वैज्ञानिक दोनों दृष्टि से व्यापक महत्व है। सायंकाल सरयू के दोनों तटों पर 5100 दीये के साथ भव्य गंगा आरती व दीपदान का भव्य व विहंगम नजारा दिखा। वहीं लेजर शो भी मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा।

सांसद अजय टम्टा, भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत गौतम, जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देवी, विधायक कपकोट सुरेश गढ़िया, नगर पालिकाध्यक्ष सुरेश खेतवाल व जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने संयुक्त रूप से फीता काटकर उत्तरायणी मेले का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बागेश्वर उत्तरायणी मेले के शुभारंभ समारोह में वर्चुअली हिस्सा लिया। वर्चुअल माध्यम से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देवभूमि के लोकपर्व उत्तरायणी और मकर संक्रांति की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ‘मैं कुमाऊं की काशी, बागेश्वर में बाबा बागनाथ के मंदिर की छांव तले, सरयू गोमती और अदृश्य सरस्वती नदी के संगम तट पर आयोजित होने वाले उत्तरायणी मेले की सभी को बधाई देता हूं।’ उन्होंने कहा मकर संक्रांति एकमात्र पर्व है, जिसका आध्यात्मिक और वैज्ञानिक दोनों ही दृष्टि से व्यापक महत्व है। हम सभी मकर संक्रांति को सूर्य के उत्तरायण होने के साथ-साथ भीष्म पितामाह के देह त्याग के दिन के रूप में भी जानते हैं। संक्रान्ति का अर्थ है “परिवर्तन” इस दिन सूर्य भगवान धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करते हैं। इसे पुण्यकाल और संक्रमण काल के रूप में स्वीकार किया जाता है। मकर संक्राति के पावन अवसर पर पतित-पावनी सरयू नदी खासकर त्रिमाधी स्नान के साथ पौराणिक बागनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना का पौराणिक काल से ही विशेष धार्मिक महत्व रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राष्ट्र की सांस्कृतिक विविधता को समाहित करने वाला यह सांस्कृतिक आयोजन, हम सभी को अपने सामाजिक उत्तरदायित्व के निर्वहन के संकल्प की भी याद दिलाता है। सांस्कृतिक मेले हमारी विलुप्त होती लोक विरासत को संरक्षण प्रदान कर रहे हैं और भावी पीढ़ी को हमारी लोक संस्कृति से परिचित कराने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्र और संस्कृति को प्रत्यक्ष रूप से जानने का अवसर प्रदान करने वाला यह सांस्कृतिक मेला, निश्चित रूप से हमारी आगामी पीढ़ी के लिए सामाजिक समरसता को प्रगाढ़ करने का कार्य करेगा। ऐसे आयोजनों के माध्यम से हमारे राज्य के कलाकारों को मंच प्राप्त होता है और उनकी कला को प्रोत्साहन मिलता है। सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज उत्तराखंड का ही नहीं बल्कि पूरे देश का भी सांस्कृतिक वैभव बढ़ रहा है। उत्तराखण्ड की डबल इंजन की सरकार राज्य के सर्वांगीण विकास को सार्थक करने हेतु प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार ने वर्ष 2025 तक उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने का विकल्प रहित संकल्प लिया है। उन्होंने कहा इस संकल्प की पूर्ति के लिए सरकार ने हर क्षेत्र में विकास कार्यों की नई श्रृंखला स्थापित की है, जिसमें बागेश्वर जिला भी शामिल है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड को देश का नंबर वन राज्य बनाएंगे। उन्होंने सरकार की कई उपलब्धियों व भावी योजनाओं का जिक्र भी किया।

मेले के शुभारंभ मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष बसंती देव ने कहा कि मेले हमारी धरोहर है, इन्हें संजोए रखना सभी का दायित्व है। उन्होंने कहा कि बागेश्वर का आजादी में बहुत बडा योगदान रहा है। कुली बेगार प्रथा का समापन इसी बागनाथ की भूमि से सरयू गोमती के संगम पर हुआ था। इसलिए बागेश्वर का महत्व और भी बढ़ जाता है। विधायक कपकोट सुरेश गढ़िया ने अपने सम्बोधन में कहा कि यह मेला अपने आप में एक बड़ा धार्मिक, ऐतिहासिक व पौराणिक मेला है। इसे भव्य रूप देने के लिए उन्होंने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। सांसद अजय टम्टा ने सभी को उत्तरायणी मेले की बधाई देते हुए कहा कि यहीं से कुली बेगार का बिगुल फूंका गया था। उन्होंने कहा टनकपुर-बागेश्वर रेल लाईन सर्वे का कार्य भारत सरकार कर रही है। वहीं बागेश्वर में मेडिकल कालेज खोलने के लिए भूमि का चयन किया जा रहा है। उन्होंने कहा देश के प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नेतृत्व में प्रदेश में विकास के नए आयाम स्थापित किए जा रहे है।

अध्यक्ष नगर पालिका सुरेश खेतवाल ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए घुघुतिया त्यार उत्तरायणी मेले की सभी को बधाई दी। सभी से मेले में आने की अपील करते हुए पुण्य के भागीदार बनने को कहा। इस दौरान उन्होंने नुमाईशखेत मैदान का सौन्दर्यकरण कराने, स्वराज भवन का जीर्णोद्धार करने, सूरजकुण्ड मंडलसेरा स्वीकृत पुल का निर्माण कराने के साथ ही उत्तरायणी मेले को राजकीय मेले घोषित करते हुए इसके आयोजन के लिए धनराशि का प्रावधान कराने की मांग रखी। इस दौरान जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने जनपदवासियों को मकर संक्राति की बधाई देते हुए सभी अतिथियों को स्वागत किया। उन्होंने बाबा बागनाथ से सभी के सुख एवं समृद्धि की कामना की।

इससे पूर्व सुबह तहसील परिसर से विभिन्न विद्यालयों के बच्चों तथा विभिन्न सांस्कृतिक दलों ने आकर्षक सांस्कृतिक झांकी का प्रदर्शन किया। जिसका शुभारम्भ जिला पंचायत अध्यक्ष बंसती देव, विधायक कपकोट सुरेश गढ़िया, जिलाधिकारी अनुराधा पाल, नगरपालिका अध्यक्ष सुरेश खेतवाल ने संयुक्त रूप से हरी झण्डी दिखाकर किया गया। सांस्कृतिक झांकी तहसील परिसर से प्रारम्भ होकर शहर के विभिन्न मार्गो से होते हुए नुमाईश मैदान में समाप्त हुई। सायंकाल सरयू के दोनों तटों पर 5100 दीये जलाने के साथ ही भव्य गंगा आरती, दीपदान व लेजर शो का आयोजन हुआ। यह नजारा मनमोहक एवं विहंगम रहा। मेले के शुभारंभ अवसर पर ब्लाक प्रमुख बागेश्वर पुष्पा देवी, कपकोट गोविन्द सिंह दानू, जिलाध्यक्ष भाजपा इन्द्र सिंह फर्स्वाण, पूर्व जिलाध्यक्ष शिव सिंह बिष्ट, पूर्व विधायक बलवंत सिंह भौर्याल, शेर सिंह गढ़िया, विक्रम शाही, उपाध्यक्ष जिला पंचायत नवीन परिहार, राजेन्द्र सिंह बिष्ट, पुलिस अधीक्षक हिमांशु वर्मा, अपर जिलाधिकारी चंद्र सिंह इमलाल, मुख्य विकास अधिकारी संजय सिंह, जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या, उपजिलाधिकारी/मेलाधिकारी हरगिरि, राजकुमार पांडे, दीपक खेतवाल, किशन नगरकोटी, दीपक रौतेला समेत नगर पालिका सभासद सहित मेलार्थी मौजूद थे। संचालन डीडीओ संगीता आर्य व जयंत भाकुनी द्वारा किया गया।

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