नैनीताल : 93 साल की आयु में बसंती आमा का निधन, अंतिम संस्कार कल

✒️ जीवन पर्यन्त किए सेवा कार्य सीएनई रिपोर्टर, सुयालबाड़ी/गरमपानी। अपने सेवा व सामाजिक कार्यों के चलते क्षेत्र में खासी लोकप्रिय जिला पंचायत अल्मोड़ा में अपर…

Late Basanti Pargai

✒️ जीवन पर्यन्त किए सेवा कार्य

सीएनई रिपोर्टर, सुयालबाड़ी/गरमपानी। अपने सेवा व सामाजिक कार्यों के चलते क्षेत्र में खासी लोकप्रिय जिला पंचायत अल्मोड़ा में अपर मुख्य अधिकारी रहे शेर सिंह परगाई की माता बसंती परगाई (बसंती आमा) अब हमारे बीच नहीं रही। उनका आज 93 साल की आयु में अपने ढोकाने (नैनीताल) स्थित आवास में निधन हो गया। कल उनकी अंतिम यात्रा उनके निवास से घाट के लिए प्रस्थान करेगी।

उल्लेखनीय है कि बसंती आमा क्षेत्र में खासी लोकप्रिय थीं। वही बेहद हंसमुख और मिलनसार स्वभाव की रहीं। उन्होंने जीवन पर्यन्त समाज में सेवा कार्य किए। विगत छह माह से वह बीमार थीं और बिस्तर पर पड़ गई थीं। आज उनका 93 साल की आयु में स्वर्ग को प्रस्थान हो गया।

सामाजिक कार्यों की बात करें तो बसंती देवी परगाई पत्नी स्व. आन सिंह ने स्वाई के रूप में भी काम किया था। उन्होंने गर्भवती महिलाओं की सेवा करते हुए सैकड़ों बच्चों को जन्म दिलाने में बड़ा सहयोग किया। गांव में होने वाली शादियों में वह मंगल गीत गाया करती थीं। उनकी हर समारोह में भागीदारी देखी जाती थी।

बसंती आमा ने अपने जीवन में काफी कष्ट झेले थे। महज 21 साल की आयु में वह विधवा हो गयी थीं। उन्होंने बड़े संघर्ष के साथ अपना जीवन यापन किया और अपनी एकमात्र संतान शेर सिंह परगाई को पढ़ाया-लिखाया। यह बसंती आमा का ही त्याग व तपस्या का परिणाम था कि उनके पुत्र शेर सिंह पढ़-लिखकर अपर मुख्य अधिकारी के पद तक पहुंचे।

बसंती आमा अपने पीछे पुत्र, बहू, नाती, पौड़नाती-पौडनातिडियों का भरा-पूरा परिवार छोड़ गई हैं। उनकी खेती-बाड़ी व गौ पालन में काफी रुचि रही थी। उन्होंने कई गरीब असहायों की मदद भी की थी। उनकी पार्थिव देह का कल शुक्रवार को स्थानीय घाट शिप्रा नदी ढोकाने में अंतिम संस्कार होगा। शव यात्रा सुबह के समय उनके घर से प्रस्थान करेगी।

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