HomeUttarakhandAlmoraअल्मोड़ा नंदादेवी महोत्सवः शोभायात्रा के साथ मंदिर पहुंचे केले के खाम, मां...

अल्मोड़ा नंदादेवी महोत्सवः शोभायात्रा के साथ मंदिर पहुंचे केले के खाम, मां के जयकारों से गूंजा नगर

  • मां नंदा-सुनंदा की मूर्तियों का निर्माण कार्य तेजी से शुरू
  • अब झोड़ा प्रतियोगिता लगा रही मेले पर चार चांद

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा


अल्मोड़ा नंदादेवी महोत्सव विविध कार्यक्रमों से भव्य रूप में सामने आने लगा है। जहां गत दिवस बहुरंगी छटा बिखेरता सांस्कृतिक जुलूस ने रंग जमाया और रात मंच में रंगारंग प्रस्तुतियों ने समां बांधा, वहीं आज प्रातः शोभायात्रा के साथ कदली के खाम लाने का नजारा भी भव्य रहा। पूरी परंपरा व विधि विधान से कर्नाटकखोला से कदली के खाम नंदादेवी मंदिर पहुंचाए गए, जहां मां नंदा-सुनंदा की मूर्ति निर्माण का काम शुरू हो गया। वहीं झोड़ा प्रतियोगिता मेले पर चार चांद लगा रहा है।

पूर्व निर्धारित कार्यक्रमानुसार आज सुबह करीब साढ़े पांच बजे नगाड़े-निशान, दमाउं, शंख व घंटे घड़ियालों और मां के जयकारों के साथ चंद वंश के राज पुरोहित नागेश पंत व हरीश पंत समेत मां के भक्तों, छोलिया नृतकों की टोली नंदादेवी मंदिर से चले और कर्नाटकखोला में कमलेश कर्नाटक के आवास पर पहुंचे, जहां गत दिवस कदली वृक्षों को निमंत्रित किया गया था। जहां कमलेश कर्नाटक व उनकी पत्नी तारा कर्नाटक ने राज पुरोहित के साथ कदली वृक्षों की विशेष पूजा अर्चना की। इसके बाद भव्य शोभायात्रा के साथ कदली वृक्षों को मां के जयकारों के साथ ड्योड़ीपोखर लाया गया। जहां से माल रोड, एलआर साह रोड, सि़द्ध नौला व मुख्य बाजार होते हुए कदली वृक्षों को शोभायात्रा निकाली गई। इस बीच नगर मां के जयकारों से गुंजायमान हो उठा। इस बीच पारंपरिक वेशभूषा में शामिल महिलाओं की टोली ने कर्णप्रिय भजन गाए। इसके बाद कदली वृक्ष मां नंदादेवी मंदिर पहुंचे, जहां चंदवंशज करन चंद्र सिंह व युवराज नरेंद्र चंद्र सिंह, राजपुरोहित नागेश पंत, नंदादेवी मंदिर के पुजारी लीलाधर जोशी ने कदली वृक्षों की विधिवत पूजा अर्चना की।

इसके बाद कदली के खामों से मां नंदा-सुनंदा की मूर्तियों का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। मूर्ति निर्माण में रवि गोयल, सीपी वर्मा, देवेंद्र जोशी, शैलेंद्र वर्मा, रक्षित साह, रवि कन्नौजिया आदि जुटे हैं। इसके बाद दोपहर रामशिला मंदिर से टीमें बाजार मार्ग में झोड़ा गायन करते हुए नंदादेवी मंदिर पहुंची। जहां झोड़ा प्रतियोगिता का आगाज हुआ।

RELATED ARTICLES

Leave a reply

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments