बागेश्वर : स्टार नाइट में श्वेता महर और इंदर आर्या ने मचाया धमाल

👉 दिन में स्कूली कलाकार बिखेर रहे बहुरंगी छटा 👉 उत्तरायणी मेले से सांस्कृतिक रंग से सराबोर बाबा बागनाथ की नगरी सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर |…

बागेश्वर : स्टार नाइट में धूम मचाते गीतों पर थिरके दर्शक

👉 दिन में स्कूली कलाकार बिखेर रहे बहुरंगी छटा

👉 उत्तरायणी मेले से सांस्कृतिक रंग से सराबोर बाबा बागनाथ की नगरी

सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर | स्टार नाइट के अलावा भी मंच पर विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम हो रहे हैं। दिन के समय स्कूली बच्चों तथा सांस्कृतिक दलों के कार्यक्रम भी रोचक हो रहे हैं। तेरो लहंगा के भलो छाजि रौ, रंगीली पिछौड़ी हाय जरा आंखों में लगा ले काजला नजर न लागलि में मेलार्थी जमकर थिरके। दिन रात हो रहे सांस्कृतिक कार्यक्रमों बाबा बागनाथ की नगरी सरावोर हो रही है। दूर-दूर से कार्यक्रम देखने पहुंच रहे हैं।

गुरुवार दोपहर 12 बजे से विभिन्न स्कूलो के बच्चों ने मंच संभाला। इस दौरान उन्होंने जागर शैली से लेकर हुड़किया बौल कार्यक्रम का मंचन किया। कुमाउंनी, गढ़वाली, नेपाली, जौनसारी तथा धारचूला मुनस्यारी की संस्कृति को परोसा। दर्शकों का भी उन्हें भरपूर सहयोग मिल रहा है। दो बजे तक उनका कार्यक्रम चलता रहा।

इसके बाद मां मैचुला मैया लोक कला समिति काफलीगैर, जय गोलू सांस्कृतिक कला मंच चौगांवछीना, संक्षम डांस ग्रुप, दानपुर म्युजिकल ग्रुप के कलाकारों ने कार्यक्रम पेश किए। सभी ने देव स्तुति के साथ कार्यक्रम पेश किए। नंदा राजजात, के अलावा भिटौली परंपरा, हुड़किया बौल, भाना गंगनाथ, राजुला मालूशाही तथा कैलबिष्ट की गाथा पर आधारित नृत्य नाटिका पेश की।

सांस्कृतिक मंच तक पहुंचने में दिक्कत

मेला प्रशासन ने इस बारा नुमाईशेत को जाने वाले मार्ग पर दुकानें आवंटित कर दी हैं। दिन के समय अधिक भीड़ होने से लोगों को मंच तक पहुंचने में आधे से पौन घंटे का समय लग रहा है, जबकि यह गैलेरी पूर्व में खुली रहती थी और लोग आसानी तक मंच तक पहुंच जाते थे। इस बार लोगों की परेशानी बढ़ गई है, लेकिन प्रशासन को यह परेशानी नहीं दिख रही है। बगड़ में लगने वाली दुकानें यहां सटा दी हैं।

स्टार नाइट में श्वेता महर और इंदर आर्या ने मचाया धमाल

उत्तरायणी मेले के दौरान आयोजित स्टार नाइट कार्यक्रम में लोक गायिका स्वेता महर व इंदर आर्या के गीतों ने धमाल मचाया। इस मेले में पहली बार इनती भीड़ दिखी। कलाकारों ने भी दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। लोगों की फरमाइश भी पूरी की। एक कितनी चहा,चार गिलासा, तेरी मेरी जोड़ी फसक्लासा गीत में पूरा पंडाल झूम उठा। रात एक बजे तक लोगों ने कार्यक्रम का आनंद लिया। मुख्य अतिथि कपकोट के विधायक सुरेश गड़िया ने सभी से मेलों के संरक्षण के लिए आगे आने की अपील की।

नुमाईशखेत में बने रंगमंच पर बुधवार की रात श्वेता महर व इंदर आर्या का कब्जा रहा। उन्होंने जै जै हो बद्रीनाथ भजन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके बाद उन्होंने कुमाउंनी गीतमाला की झड़ी लगा दी। श्वेता ने हाय काकड़ी झिल मा, नूण पिसो सिलमा, माठु माठु हिट झांवर गिराली मेर सुमना आदि गीत सुनाए।

इंदर आर्य ने क्रीम पोडर घोसनी किले नै, ओ भानुली के बाने, मीलै जाड़ समधनी के पुजुड़, गुलाबी सरारा, ठुमक ठुमक जब हिटेछे पहाड़ी बाटमा, बोल हीरा बोल, रंगीली बिंदी घाघर काई, ओ हो हाय रे मिजाता, एक केतली चाहा और चार गिलसा समेत नॉन स्टॉप गीतों का गायन किया। इस दौरान उनके साथ दर्शक भी नाचते रहे।

इस बार लड़कों से अधिक लड़कियों ने अधिक ठुमके लगाए। लोक गायक कार्की की स्मृति में ओ हीरा समधनी गीत भी कलाकारों ने गाया। मालूम हो कि पप्पू कार्की उत्तरायणी मेले का बेहतरीन लोक गायक था। चार घंटे तक चले कार्यक्रम में यहां के लोगों के अलावा बाहर से आए लोगों ने जमकर लुत्फ उठाया।

कार्यक्रम में राकेश खनवाल ने अपने गीतों से चार चांद लगाए। इस मौके पर विधायक गड़िया के अलावा जिला पंचायत उपाध्यक्ष नवीन परिहार,रमेश पांडेय, आनद दानू, डीएम अनुराधा पाल, मेलाधिकारी व एसडीएम मोनिका, तहसीलदार दीपिका आर्या समेत पुलिस प्रशासन की टीम मौजूद रही।


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