सीएनई रिपोर्टर, हल्द्वानी
मासिक वेतन, सरकारी कर्मचारी का दर्जा, पेंशन सहित 12 सूत्रीय मांगों को लेकर आशा वर्कस की हड़ताल को 10 दिन पूरे हो चुक हैं। कार्यकर्तियों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया है।
धरनास्थल महिला अस्पताल हल्द्वानी पर हुई सभा में वक्ताओं ने कहा कि ऐक्टू से संबद्ध उत्तराखण्ड आशा हेल्थ वर्कर्स यूनियन से जुड़ी आशाओं के प्रतिनिधिमंडल के साथ 9 अगस्त को हुई वार्ता में मुख्यमंत्री ने कल तक अच्छी खबर मिलने का वादा किया था, लेकिन अच्छी खबर तो छोड़िए ‘कोई खबर’ भी अभी तक नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री आशाओं से किया वादा निभाकर आशाओं के लिए सम्मानजनक मासिक वेतन और अन्य मांगों के समाधान की तत्काल घोषणा करें अन्यथा आंदोलन और हड़ताल जारी रहेगी।
आशा नेताओं ने कहा कि आशाओं का यह शोषण बर्दाश्त नही किया जायेगा।
बुधवार को धरना—प्रदर्शन में रिंकी जोशी, भगवती बिष्ट, मनीषा आर्य, रीना बाला, मंजू रावत, सरोज रावत, पुष्पा राजभर, लता जोशी, चंद्रकला, चम्पा मेहरा, अनुराधा, रेशमा परवीन, आशा, ममता, कमला, मीना, रजनी, रेशमा, गीता समेत बड़ी संख्या में आशा वर्कर्स मौजूद रहीं।