📌 उत्तरांचल औषधी व्यवसायी महासंघ ने दी आंदोलन की चेतावनी
👉 आंदोलन को समर्थन देगा जिला केमिस्ट एसोसिएशन
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा। बिना लाइसेंस ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) दवाओं की बिक्री की अनुमति देने संबंधी केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर उत्तरांचल औषधी व्यवसायी महासंघ ने गहरी नाराजगी जाहिर की है। केंद्र सरकार से इस प्रस्ताव पर दोबारा विचार करने का आग्रह किया गया है। AIOCD को अल्मोड़ा जिला केमिस्ट एसोसिएशन ने समर्थन देते हुए भावी आंदोलन में पूर्ण भागीदारी के संकेत दिए हैं।
दवाओं की ओटीसी बिक्री के गंभीर परिणाम
उल्लेखनीय है कि मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य सचिव और औषधी महानिदेशक सहित अन्य संबंधित अधिकारियों को संगठन की ओर से पूर्व में ही ज्ञापन भेजे जा चुके हैं। जिसमें कहा गया है कि इस तरह से अगर दवाएं दुकानों पर बिकने लग जाये (Over-the-counter) तो इसके कई गंभीर खतरे हो सकते हैं।
इस तरह का कदम मौजूदा दवा कानूनों, फार्मेसी विनियमों व सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशों सहित प्रासंगिक ढांचों का उल्लंघन भी करेगा।
जानिए क्या है ओ.टी.सी.
ज्ञात रहे कि केंद्र सरकार द्वारा बनाई समिति द्वारा भारत मे ओवर द काउंटर यानी otc दवा के विपरण की नई नीति बना दी गयी है। जिसके द्वारा विभिन्न देशों में सर्दी जुखाम, बुखार और एंटासिड जैसी आम दवाओं को जरनल स्टोर्स में बेचे जाने की कवायद हो रही है। इस नियम के तहत बिना डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के इन दवाओं को दूर दरस्थ इलाकों तक आम जनता को मुहैय्या कराया जाएगा। जिसके लिए सरकार ने एक समिति भी गठित कर दी है।
ALL INDIA ORGANIZATION OF CHEMISTS & DRUGGISTS (AIOCD) ने जताई आपत्ति
इधर इस संदर्भ में AIOCD के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा आक्रोश व्यक्त किया है। उनका कहना है कि एक तरफ लाखों केमिस्ट दवाओं के ऑनलाइन वितरण और उनमें दिए जाने वाले भारी भरकम डिस्काउंट से परेशान हैं तो दूसरी तरफ इस नीति द्वारा एक रिटेल केमिस्ट का मनोबल गिराया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि AIOCD तथा UAVM के बैनर तले सभी दवा व्यवसायी किसी भी किस्म के आंदोलन के लिये वचनबद्ध रहेंगें। इधर अल्मोड़ा जिला केमिस्ट एसोसिएशन ने इस आंदोलन के हर पहलू पर अपनी सहमति जताई है।
भारत सरकार ने दी थी मंजूरी, आज भी विचाराधीन
बता दें कि सरकार द्वारा नियुक्त एक पैनल भारत में सामान्य दुकानों पर आमतौर पर इस्तेमाल होने वाली खांसी और सर्दी की दवाओं, एंटासिड और बुखार कम करने वाली दवाओं को काउंटर पर (ओटीसी) बेचने की अनुमति देने पर विचार कर रहा है। जबकि ब्रिटेन, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में ओटीसी दवा बिक्री के लिए स्पष्ट दिशा—निर्देश हैं, भारत में ऐसे नियमों का अभाव है। 2022 में, भारत ने एक नई ओटीसी दवा नीति को मंजूरी दी, लेकिन इसे आज तक लागू नहीं किया गया है।