सीएनई रिपोर्टर, खैरना/गरमपानी
अल्मोड़ा—हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग (Almora-Haldwani NH) गरमपानी से झूलापुल तक क्षतिग्रस्त मार्ग के सुधारीकरण हेतु 15 दिन के लिए बंद किये जाने की नौबत आ सकती है। आपदा के कारण क्षतिग्रस्त मार्ग का वैकल्पिक व्यवस्था के तहत निर्माण किये जाने से आवश्यकता महसूस की जा रही है। यदि मार्ग निर्माण का काम शुरू हुआ तो संंबंधित विभाग को खैरना—हल्द्वानी मार्ग, निर्माण कार्य पूरा होने तक बंद करने के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं बचता है।
उल्लेखनीय है कि अतिवृष्टि से आई आपदा के बाद संबंधित विभाग ने ज्योलीकोट से खैरना तक मार्ग सुधारीकरण के लिए 08 करोड़ का एक प्रोजेक्ट शासन को भेजा था। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि उक्त धनराशि अवमुक्त नहीं हो पाई है, लेकिन सड़क की बदहाल दशा को सुधारना भी अति आवश्यक हो चुका है। यदि धनराशि अवमुक्त नहीं भी होती तो भी वैकल्पिक व्यवस्था के तहत कार्य शुरू किया जायेगा।
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इस संबंध में एनएच के एई गिरजा किशोर पांडे से सीएनई संवाददाता की बातचीत हुई। उन्होंने बताया कि गरमपानी से आगे झूलापुल तक मार्ग अत्यंत संकरा हो गया है। यह मार्ग आपदा के दौरान टूट गया था। तब से यहां आए दिन जाम लग रहे हैं और यात्रियों की भारी फजीहत हो रही है। उन्होंने बताया कि हालांकि इस संबंध में शासन को पूरा प्रोजेक्ट व एस्टीमेट बनाकर भेजा गया है। यदि शासन स्तर पर धनराशि अवमुक्त हो जाती है तो यह कार्य तत्काल शुरू कर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि यदि किन्हीं कारणों से धनराशि अवमुक्त नहीं भी हो पाती है तो भी इस मार्ग को सही करने के लिए खैरना—हल्द्वानी मार्ग 15 रोज के लिए बंद करना पड़ेगा। इस दौरान रूट डायवर्ट किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा लोहाली में तमाम मलबा सड़क पर आया हुआ है। जिस कारण सड़क संकरी हो चुकी है। इस संकरे मार्ग पर जहां आये दिन जाम लग रहे हैं, वहीं दुर्घटनाओं का अंदेशा भी बना हुआ है। उन्होंने कहा कि इस मार्ग को भी तत्काल जेसीबी लगवाकर साफ करवाया जायेगा, ताकि यात्रियों को दिक्कत न हो। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि अल्मोड़ा—हल्द्वानी हाई वे विभिन्न स्थानों पर क्षतिग्रस्त है। जिसकी आम जनता आये दिन शिकायत कर रही है। यही नहीं, सूत्र बता रहे हैं कि लोनिवि व एनएच के कई उच्चाधिकारियों को भी इन क्षतिग्रस्त संकरे मार्गों पर जाम में फंसना पड़ा है। जिस कारण विभाग पर मार्ग सुधारीकरण का कार्य अतिशीघ्र शुरू किये जाने का दबाव है।