सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
विधायक रघुनाथ सिंह चौहान और डीसीबी के अध्यक्ष द्वारा पार्टी से इस्तीफा देकर सैकड़ों समर्थकों सहित बगावत का झंडा बुलंद करने की घोषणा के बाद एक नाटकीय घटनाक्रम में उनके साथ बैठक में शामिल हुए कई कार्यकर्ताओं ने बगावत की बात से इंकार किया है। साथ ही भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी कैलाश शर्मा के नेतृत्व में पूरी निष्ठा जाहिर की है।
मीडिया को जारी बयान में पार्टी कार्यकर्ताओं ने कहा कि आज मंगलवार को पांडेखोला में डीसीबी अध्यक्ष ललित लटवाल व रघुनाथ सिंह चौहान के नेतृत्व में एक बैठक का आयोजन किया गया था। जिसमें उन लोगों को भी आमंत्रण प्राप्त था। जिसमें बैठक के विषय कोई भी जानकारी नहीं दी गई थी। बैठक में जानकारी प्राप्त हुई कि रघुनाथ सिंह चौहान वह ललित लटवाल में से एक को चुनाव लड़ाया जाएगा, जिसका कि उनके द्वारा विरोध किया गया।
पार्टी कार्यकर्ताओं ने दावा किया है कि उन सभी ने एक सुर में कहा कि पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ किसी को चुनाव लड़ान संगठन एवं समाज हित में नहीं होगा। वह भाजपा के हमेशा से समर्पित कार्यकर्ता रहे हैं और बगावत नहीं कर सकते। इसके बाद वह विरोध में वहां से चले आए। तभी उन्हें जानकारी प्राप्त हुई कि उनके नाम भी बगावत करने वाले कार्यकर्ताओं की सूची में शामिल किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह पार्टी एवं पार्टी प्रत्याशी के साथ खड़े हैं। आरोप लगाया कि रघुनाथ सिंह चौहान व ललित लटवाल के लोगों के द्वारा उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया है। अधिकांश पार्टी कार्यकर्ता भाजपा के साथ खड़े हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगों ने त्यागपत्र के नाम दिए हैं उनमें से कई लोग पार्टी के कार्यकर्ता ही नहीं रहे हैं। विरोध दर्ज करने वालों में अजीत सिंह कार्की, आनंद कनवाल, अर्जुन बिष्ट, हरीश कनवाल, नवीन कनवाल, प्रेम लटवाल, राजेंद्र बिष्ट, रवि, हरीश, राजेंद्र, महेंद्र रावत आदि शामिल हैं।