अल्मोड़ा विधानसभा : कांग्रेस—भाजपा की सीधी टक्कर, कई सीटों पर रोचक मुकाबला

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा अल्मोड़ा विधानसभा अंतर्गत छह विधानसभा सीटों में कुल 50 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। हालांकि सभी सीटों पर भाजपा व कांग्रेस प्रत्याशियों…

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा

अल्मोड़ा विधानसभा अंतर्गत छह विधानसभा सीटों में कुल 50 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। हालांकि सभी सीटों पर भाजपा व कांग्रेस प्रत्याशियों के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है, लेकिन कई सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी भी अच्छे—खासे वोट खींचने में समर्थ बताये जा रहे हैं।

ज्ञात रहे कि यहां छह विधानसभा सीटों पर पहले 56 लोगों ने अपने नामांकन कराये थे, लेकिन 2 डमी सहित कुल 6 प्रत्याशियों के नाम वापस लेने के साथ अब केवल 50 प्रत्याशी चुनावी समर में हैं। अल्मोड़ा विधानसभा की यदि बात करें तो यहां कांग्रेस के दिग्गज पूर्व विधायक मनोज तिवारी का पूर्व विधायक कैलाश शर्मा से सीधा मुकाबला है। यहां सिटिंग विधायक रघुनाथ सिंह चौहान की बजाए कैलाश शर्मा को टिकट दिया गया। टिकट वितरण के साथ ही दोनों ही पार्टियों में शुरूआत में बगावत के स्वर उभरे, लेकिन अब दोनों ही पार्टियों में बगावती तेवर अपनाने वालों को समझा—बुझा लिया गया है, जिसके बाद अब टक्कर कांटे की बताई जा रही है।

यह भी गौरतलब है कि राज्य गठन के बाद पारंपरिक बारामण्डल सीट से अस्तित्व में आयी 52 विधानसभा अल्मोड़ा में प्रथम आम चुनाव वर्ष 2002 में भाजपा के नये प्रत्याशी कैलाश शर्मा ने कांग्रेस के नये प्रत्याशी मनोज तिवारी को डेढ़ हजार मतों से हराकर जीत हासिल की थी। वहीं दूसरे आम चुनाव वर्ष 2007 में कांग्रेस प्रत्याशी मनोज तिवारी ने भाजपा के प्रत्याशी कैलाश शर्मा को लगभग तीन हजार मतों से पराजित किया। वहीं तीसरे आम चुनाव वर्ष 2012 में कांग्रेस प्रत्याशी मनोज तिवारी ने भाजपा के प्रत्याशी रघुनाथ सिंह चौहान को लगभग 1200 मतों से पराजित किया था।

वहीं चौथे आम चुनाव में भाजपा प्रत्याशी रघुनाथ सिंह चौहान ने कांग्रेस प्रत्याशी मनोज तिवारी को साढे़ पांच हजार के लगभग मतों से हराकर विजयी प्राप्त की थी। मौजूदा चुनाव में अब जहां मुख्य मुकाबला मनोज तिवारी व कैलाश शर्मा में है, वहीं यहां निर्दलीय प्रत्याशी विनय किरौला भी काफी बेहतर स्थिति में बताये जा रहे हैं। आप, उक्रांद व उपपा व अन्य पार्टियों का भी अपना—अपना वोट बैंक है।

वहीं रानीखेत विधानसभा में इस बार कांग्रेस के विधायक व वर्तमान प्रत्याशी करन माहरा के खिलाफ भाजपा ने प्रमोद नैनवाल पर दांव खेला है। पूर्व में यहां भाजपा के शीर्ष नेता अजय भट्ट को माहरा के सामने हार का सामना करना पड़ा था। इस सीट में राजनैतिक विश्लेषकों की खासी नजर है, क्यों​कि इस बार पार्टी ने प्रमोद नैनवाल के नाम से एक नया प्रयोग किया है।

द्वारहाट में भाजपा के अनिल सिंह शाही की कांग्रेस के दिग्गज नेता मदन सिंह बिष्ट से सीधी टक्कर है। वहीं जागेश्वर में मुकाबला बहुत रोचक है। यहां कभी कांग्रेस प्रत्याशी व लगातार तीन बार ​से विधायक का चुनाव जीते गोविंद सिंह कुंजवाल की उनके ही पुराने साथी हाल में भाजपा में शामिल हुए मोहन ​सिंह माहरा से मुकाबला है। सल्ट में भाजपा के महेश जीना का कांग्रेस के योद्धा रणजीत रावत से काफी कड़ा मुकाबला रहेगा। वहीं सोमेश्वर में भाजपा की प्रत्याशी रेखा आर्या की कांग्रेस के राजेंद्र सिंह बाराकोटी से कड़ी भिडंत है। दोनों प्रत्याशियों का यहां चुनाव प्रचार काफी तेज है और हाल में यहां आरोप—प्रत्यारोप की खुली राजनीति भी शुरू हो चुकी है।

विधानसभा क्षेत्र प्रत्याशीपार्टी
अल्मोड़ाकैलाश शर्माभाजपा
मनोज तिवारीकांग्रेस
रानीखेत प्रमोद नैनवालभाजपा
करन माहराकांग्रेस
द्वाराहाट अनिल सिंह शाहीभाजपा
मदन सिंह बिष्टकांग्रेस
जागेश्वर मोहन सिंह माहराभाजपा
गोविंद सिंह कुंजवालकांग्रेस
सल्ट महेश जीनाभाजपा
रणजीत सिंह रावत कांग्रेस
सोमेश्वर रेखा आर्या भाजपा
राजेंद्र बाराकोटीकांग्रेस

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