अब बायोमैट्रिक प्रणाली से गैस की कालाबाजारी पर लगेगी लगाम
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✍️ घरेलू गैस उपभोक्ताओं ने ई—केवाईसी नहीं कराई, तो हो सकते हैं कनेक्शन से वंचित
✍️ अल्मोड़ा गैस प्रबंधक मुकेश जलाल बोले— उपभोक्ता करा लें अपना ई—केवाईसी
चन्दन नेगी, अल्मोड़ा
अब बायोमैट्रिक प्रणाली से गैस की कालाबाजारी एवं सब्सिडी के दुरुपयोग पर लगाम लगाई जाएगी। इसके लिए घरेलू गैस उपभोक्ताओं की अब ई—केवाईसी की जाएगी। ऐसा फरमान गैस सर्विस से जारी हुआ है। अगर ई—केवाइसी नहीं कराई, तो गैस सुविधा से उपभोक्ता को वंचित होना पड़ सकता है।
गैस एजेंसी अब घरेलू रसोई गैस उपभोक्ताओं की ई—केवाईसी कराने की तैयारी में है। इसकी शुरूआत भी हो चुकी है। इसके तहत सभी घरेलू गैस उपभोक्ताओं को अपनी गैस एजेंसी में बायोमैट्रिक प्रमाणीकरण कराना जरूरी होगा। इसके लिए गैस एजेंसी में ई—केवाईसी की जाएगी। अगर कोई उपभोक्ता ऐसा नहीं करता, तो वह सब्सिडी से तो वंचित होगा ही, साथ ही उसका गैस कनेक्शन भी बंद हो सकता है। यह जानकारी गैस सर्विस कार्यालय चौघानपाटा अल्मोड़ा के प्रबंधक मुकेश जलाल ने दी है। उन्होंने बताया कि ई—केवाईसी कराने के लिए उपभोक्ताओं को मोबाइल नंबर, आधार कार्ड, व गैस बुक के साथ हाजिर होना होगा। यह ई—केवाईसी सभी गैस एजेंसियों में की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि उज्जवला गैस कनेक्शन वाले उपभोक्ताओं की पहले से ही केवाईसी कराई जा रही है और अब सामान्य उपभोक्ताओं की बारी है। उन्होंने बताया कि गैस की कालाबाजारी व सब्सिडी के दुरुपयोग को रोकने के उद्देश्य से बायोमैट्रिक प्रणाली अपनाई जा रही है। उन्होंने उपभोक्ताओं से केवाईसी कराने की अपील की है।